नई दिल्ली| रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच चल रही जंग के बीच गूगल (Google) यूक्रेन (Ukraine) की मदद के लिए सामने आया है। उसने यूक्रेन (Ukraine) में कुछ गूगल मैप्स टूल्स (Google Maps Tools) को अस्थायी रूप से डिसेबल कर दिया है। इन टूल्स के जरिए लाइव ट्रैफिक की स्थिति और विभिन्न स्थानों पर कितनी भीड़ हो सकती है, ये जानने में मदद मिलती थी। अल्फाबेट इंक की कंपनी गूगल (Google) ने इस बारे में जानकारी दी है। इससे पहले गूगल (Google) रूस के सरकारी मीडिया इंस्टीट्यूशन को अपने प्लेटफॉर्म पर कमाई करने से रोक चुका है।
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गूगल (Google) ने कहा कि उसने क्षेत्रीय अधिकारियों सहित सोर्सेज से सलाह लेने के बाद देश में स्थानीय लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये कार्रवाई की है। यूक्रेन पर रूस की सेना द्वारा लगातार हमला किया जा रहा है।
रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine) की लड़ाई में सबसे ज्यादा नुकसान नागरिकों को हो रहा है। यूक्रेन (Ukraine) के शहरों पर गिर रहीं मिसाइलों, सड़कों पर दौड़ते टैंकों और भीषण गोलाबारी के चपेट में आने की वजह से सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। रिपोर्टों के मुताबिक, 4 लाख से ज्यादा यूक्रेन के नागरिकों ने पड़ोसी देशों में शरण ली है। यह संख्या लगातार बढ़ रही है, क्योंकि यूक्रेनी (Ukraine) लोग अपनी जान बचाने के लिए बॉर्डरों की तरफ रुख कर रहे हैं।
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कैलिफोर्निया के मिडिलबरी इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के एक प्रोफेसर ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति के हमले की घोषणा करने से पहले गूगल मैप्स ने उन्हें ‘ट्रैफिक जाम’ को ट्रैक करने में मदद की। लोगों के बॉर्डरों की ओर रुख करने की वजह से यूक्रेन में बीते दिनों लंबा ट्रैफिक जाम देखने को मिला था। वहीं, गूगल ने कहा है कि ड्राइवर्स के लिए लाइव ट्रैफिक इन्फर्मेशन की सुविधा अब भी उपलब्ध है, जिसे वह टर्न-बाई-टर्न फीचर्स के जरिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
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गूगल (Google) ने रूस के सरकारी मीडिया इंस्टीट्यूशन RT और दूसरे चैनलों को अपने प्लेटफॉर्म से पैसा कमाने से रोक दिया है। कंपनी ने बताया कि वेबसाइटों और ऐप्स के वीडियो पर विज्ञापनों से पैसा मिलने पर रोक लगा दी है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद फेसबुक ने भी रूस के सरकारी मीडिया पर ऐसी ही रोक लगाई थी। मेटा ने रूसी सरकार की मीडिया को फेसबुक पर डिमॉनेटाइज कर दिया था। इससे पहले यूट्यूब चैनल भी डिमॉनेटाइज कर दिए गए हैं।