नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि सरकार सभी लोगों को सस्ता और सुलभ इलाज उपलब्ध कराएगी। इसको ध्यान में रख कर नीतियां तथा कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं।
More than 11 crore sanitary napkins sold at Janaushadhi centres. Supplements for pregnant women also made available under Janaushadh Janani'. With over 1000 Janaushadhi centres being run by women, the scheme empowers them: PM Modi pic.twitter.com/b3VvLnY8DX
— ANI (@ANI) March 7, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि जनौषधि केंद्रों पर 11 करोड़ से अधिक सेनेटरी नैपकिन बेचे गए। जनऔषधि जननी के तहत गर्भवती महिलाओं के लिए सप्लीमेंट भी उपलब्ध कराया गया। 1000 से अधिक जनऔषधि केंद्र महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे हैं, यह योजना उन्हें सशक्त बनाती है।
पीएम मोदी ने कहा कि गरीबों और मध्यम आय वर्ग के परिवारों के लिए देश भर में पीएम जनशताब्दी योजना चलाई जा रही है। यह योजना ‘सेवा और रोज़गार’ का एक माध्यम है क्योंकि यह युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान करती है। इस योजना के तहत, 2.5 रुपये में लड़कियों के लिए सैनिटरी पैड उपलब्ध कराया गया।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में जनऔषधि केंद्रों पर 75 आयुष दवाएं उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि आज, हमारे देश और दुनिया के लिए ‘मेड इन इंडिया’ टीके हैं। COVID-19 टीकाकरण सरकारी अस्पतालों मुफ्त में और 250 रुपये निजी अस्पतालों में किया जा रहा है। मैंने COVID वैक्सीन की पहली खुराक भी ली है।
श्री मोदी ने जन औषधि दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को बीमारियों से बचने को लेकर स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए। उत्तम आहार व योग करना चाहिए । उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य विभाग का बजट बढ़ा दिया है और जिले जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं । एमबीबीएस के 30 हजार सीट और पीजी के 24 हजार सीट बढ़ा दिए गए हैं ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश भर में डेढ़ लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं ताकि लोगों को अपने गांव के निकट ही स्वास्थ्य सुविधा मिल सके । इन स्थानों पर पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों को नियुक्त किया जा रहा है ।श्री मोदी ने जन औषधि केंद्र से लोगों को होने वाले फायदे की चर्चा करते हुए कहा कि देश में अबतक ,7500 केंद्र खुल गए हैं और सरकार 10000 केंद्र का लक्ष्य जल्द पूरा करना चाहती है ।
उन्होंने घोषणा की कि जल्दी ही जन औषधि केंद्र पर 75 आयुष दवा भी मिलेगी। देश में 1100 जन औषधि केंद्र का संचालन महिलाएं करती हैं। उन्होंने आज ही शिलांग में 7500वें जन औषधि केंद्र को राष्ट्र को समर्पित किया ।
इस अवसर पर रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने कहा कि जन औषधि केंद्र के खुलने से लोगों को सालाना 3600 करोड़ रुपए की बचत हो रही है। वर्ष 2014 में जन औषधि केंद्र का कारोबार 7.29 करोड़ रुपए का था जो अब बढ़ कर 6000 करोड़ रुपए सालाना हो गया है। इन केन्द्रों पर 1449 तरह की दवाएं और उपकरण मिल रहे हैं।