मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि युवाओं को रोजगार मुहैया कराना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है।
श्री चौहान ने यहां मिंटो हॉल में प्रदेश स्तरीय रोजगार उत्सव का उदघाटन किया। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री यशोधराराजे सिंधिया, संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।
श्री चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि सरकारी विभागों में भी रोजगार मुहैया कराने के प्रयास शुरू किए गए हैं। लेकिन इसकी अपनी सीमाएं हैं, इसलिए निजी क्षेत्र में और स्वरोजगार के क्षेत्र में रोजगार पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है। सरकार का प्रयास है कि राज्य में प्रत्येक माह लगभग एक लाख लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराए जाएं। उन्होंने श्रीमती यशोधराराजे सिंधिया को जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि वे गहन मंथन करें कि राज्य में रोजगार के और अधिक अवसर कैसे उपलब्ध कराए जा सकते हैं। मंथन के बाद निकलकर आने वाली नीति को लागू करने का कार्य राज्य सरकार करेगी।
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श्री चौहान ने कोरोना संकटकाल और इस दौरान सरकार की ओर से किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोनाकाल से बिगड़ी अर्थव्यवस्था को तेजी से ठीक करने के प्रयास किए गए हैं। आर्थिक कठिनाइयों का रोना न रोते हुए हमने रास्ते निकाले हैं और यही सरकार और नेतृत्व का दायित्व भी है।
श्री चौहान ने कहा कि सरकार के वार्षिक बजट का बड़ा हिस्सा वेतन के वितरण में चला जाता है और इसी बजट से विकास कार्य भी करने होते हैं, लेकिन इससे समझौता नहीं हो सकता। युवाओं को बाजार की मांग और आवश्यकता के अनुरूप प्रशिक्षित करना सरकार की प्राथमिकता है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश में अधोसंरचना, कृषि, खाद्य प्र-संस्करण, उद्यानिकी आदि के माध्यम से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया गया है।
श्री चौहान ने बताया कि पिछले कुछ माहों में 100 से अधिक रोजगार मेले लगाए गए हैं। हर महीने 1 लाख और वर्ष में 12 लाख युवा रोजगार या स्व-रोजगार हासिल कर लें, यह लक्ष्य लेकर कार्य शुरू किया है। नौजवानों को आजीविका का साधन उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं और इसी उद्देश्य के साथ मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर बनेगा।
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श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में स्थानीय हुनर को प्रोत्साहन दिया जाएगा। दीपावली पर उपयोग में आने वाला दीए, मिट्टी से निर्मित अन्य सामग्री चीन से नहीं आना चाहिए। भारत में निर्मित वस्तुओं का ही उपयोग हो और हम ‘लोकल को वोकल’ बनाने का कार्य करें। मध्यप्रदेश का बाघ प्रिंट, चंदेरी की साड़ियाँ, अगरिया समुदाय द्वारा निर्मित किए जाने वाले लौह उत्पाद प्रसिद्ध हैं। ‘एक जिला एक उत्पाद’ के अंतर्गत जिलों के उत्पाद और विशेष वस्तुओं को अंतर्राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध करवाने का प्रयास सरकार का है। इन सभी प्रयासों से रोजगार और आर्थिक समृद्धि का मार्ग आसान हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में निर्मित हो रहे ग्लोबल स्किल पार्क से प्रथम वर्ष में 6 हजार और फिर आगे प्रतिवर्ष 10 हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर का स्किल पार्क होगा। इसे वर्ष 2022 तक निर्मित करने का लक्ष्य है। वर्ष 2019 में इसका निर्माण ठप हो गया था। इसे पुन: गति दी गई।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 32 लाख नये श्रमिकों को जॉब कार्ड उपलब्ध करवाए गए हैं। करीब 92 लाख श्रमिकों को रोजगार भी दिलवाया गया है। वर्ष 2020-21 में हुआ यह कार्य प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा रोजगार अभियान भी बन गया।
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उन्होंने बताया कि कोरोना काल में रोजगार सेतु पोर्टल के माध्यम से 46 हजार नियुक्तियां संभव हो सकी। पोर्टल के माध्यम से 35 हजार नियोक्ता और 7 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक एक प्लेटफार्म पर आकर परस्पर जुड़ सके हैं। पुलिस में भर्ती के साथ ही अन्य विभागों के करीब 5 हजार रिक्त पद भरने की प्रक्रिया को गति दी गई है। शहरी और ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स को ब्याज मुक्त ऋण दिलवाया गया है।
श्री चौहान ने कहा कि राज्य में औद्योगिक विकास पर भी और जोर दिया जा रहा है। नर्मदा जल का पूरा उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। वहीं इंडस्ट्रियल कल्स्टर बनाने, चंबल क्षेत्र में अटल एक्सप्रेस-वे के निर्माण से औद्योगिक प्रगति आसान होगी। एक्सप्रेस-वे के निकट उद्योग विकसित होंगे।
मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलों के युवाओं एवं शीर्ष नियोक्ताओं से संवाद भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने धार, सतना एवं शिवपुरी जिले के एक-एक युवा, जिन्हें रोजगार प्राप्त हुआ है, से संवाद भी किया। इनमें सतना, धार और शिवपुरी के युवा धनराज प्यासी, सुश्री रानी मकवाना और सुश्री हर्षवर्धिनी सिसोदिया शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने आयशर ट्रेक्टर, मेजर डिजायर और वर्धमान समूह सहित विभिन्न नियोक्ताओं से भी चर्चा की।