अयोध्या। दस अप्रैल को रामनवमी (Ram Navami) पर रामलला (Ramlala) इस बार पीले रंग के वस्त्र पहनेंगे और उनके आंगन में पहली बार बधाई भी होगी। इस बार अयोध्या के श्रीरामजन्मभूमि पर राम दरबार में जन्मोत्सव की झांकी करोड़ों राम भक्त देख सकेंगे। इसके साथ ही हर श्रद्धालु को इस उत्सव का महाप्रसाद भी दिया जाएगा।
दो अप्रैल से अयोध्या के दस हजार मंदिरों में श्रीराम जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि (10 अप्रैल) को ठीक दोपहर 12 बजे मंगलगान के बीच रामलला का जन्म होगा। रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर बन रही है। कोरोनाकाल के बाद पहली बार श्रद्धालुओं को रामजन्म उत्सव पर अयोध्या आने को मिल रहा है। ऐसे में रामजन्मोत्सव को लेकर भक्त उत्साहित हैं।
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जन्मोत्सव के समय रामलला के दरबार में मुश्किल से 100 लोग शामिल हो सकेंगे। जन्मोत्सव के खास पलों की झांकी देखने के लिए करोड़ों राम भक्त आतुर हैं जबकि करीब 50 लाख के अयोध्या पहुंचने के अनुमान हैं। इसके लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दूरदर्शन से रामलला के जन्मोत्सव का प्रसारण करने की बात कर ली है। ट्रस्ट के सदस्य डाक्टर अनिल मिश्र ने बताया कि श्रद्धालुओं की हर सुविधा और अभिलाषा को पूरा करने की कोशिश में ट्रस्ट दिन-रात काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि रामलला के जन्मोत्सव के बाद उनके दरबार में पहली बार बधाई भी होगी, जिसकी तैयारी की जा रही है। पूरा गर्भगृह और मंदिर परिसर को सुगंधित फूलों से सजाया जाएगा।
पीले रंग के वस्त्र और सोने के आभूषण पहनाए जाएंगे
मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि अनेक दिव्य नदियों के जल और रसायनों से रामलला को स्नान करा कर उन्हें पीले रंग के वस्त्र और सोने के आभूषण पहनाए जाएंगे। कुट्टू, सिंघाड़ा का आटा और रामदाना के साथ धनिया की पंजीरी भक्तों को देने के लिए ट्रस्ट व्यवस्था कर रहा है। इसमें अनेक प्रकार के मेवा भी शामिल रहेंगे। पूरा प्रसाद कम से कम 250 किलो रहेगा। मुख्य पुजारी ने बताया कि रामलला रामजन्म उत्सव के दिन जो पीले रंग का वस्त्र धारण करेंगे उसे आंध्र प्रदेश की महिला श्रद्धालु ने दिया है।
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बता दें कि राम भक्तों की सुविधा के लिए ट्रस्ट ने राम नवमी मेले के लिए रामलला के दर्शन का समय पहले ही बढ़ा दिया है। अब सुबह छह बजे से सुबह 11 बजकर 30 मिनट और दोपहर में दो बजे से शाम सात बजकर 30 मिनट कर दिया गया है। यह समय दर्शन की दोनों पालियों में डेढ़-डेढ़ घंटे बढ़ाया गया है।