लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना काल में लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हुए हैं। खुद को और परिवार को स्वस्थ रखना लोगों की प्राथमिकता बन चुकी है। कोरोना महामारी की शुरुआत से ही यह कहा जा रहा है कि कमजोर इम्यून सिस्टम यानी कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है।
इस जानकारी के बाद लोग अपने इम्यून सिस्टम मजबूत करने पर ध्यान देने लगे हैं। वहीं, जिन लोगों की मेडिकल हिस्ट्री वीक है यानी कि पहले से ही उन्हें कोई बीमारी है, उन्हें भी कोरोना संक्रमण का ज्यादा खतरा है। डायबिटीज के मरीजों के साथ भी यही खतरा है। उन्हें ज्यादा सावधान रहने और समय-समय पर ब्लड शुगर की जांच करना जरूरी है। लेकिन शुगर की जांच हफ्ते में कितनी बार और कैसे करनी चाहिए?
हृदय रोग, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को कोरोना काल में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। खासकर डायबिटीज के मरीजों को पौष्टिक खानपान और वर्कआउट करपे की सलाह दी जाती है। मीठे पकवानों से परहेज के साथ ब्लड शुगर लेवल की भी जांच करनी चाहिए। ब्लड शुगर की जांच के लिए अस्पताल या क्लीनिक जाना ही जरूरी नहीं है। आप चाहें तो घर पर ही ब्लड शुगर की जांच कर सकते हैं।
डॉ. प्रवीण सिन्हा बताते हैं कि ब्लड शुगर जांच के लिए आपका हाथ साफ रहना जरूरी है। खासकर कोरोना काल में हैंडवॉश और साफ पानी से या फिर अच्छे सैनिटाइजर से हाथ साफ कर लें। डेटॉल या अन्य एंटीसेप्टिक से उस अंगुली को साफ कर लें, जिससे ब्लड शुगर जांच करनी है। अब ग्लूकोज मीटर को फिक्स करें और जांच उपकरण की मदद से अंगुली से ब्लड निकालें। यह ब्लड ग्लूकोमीटर पर लगाकर रखें। यह उपकरण कुछ ही देर में आपका ब्लड शुगर लेवल बता देगा।
डायबिटीज के मरीजों के मन में यह सवाल भी हो सकता है कि हफ्ते में आखिर कितनी बार ब्लड शुगर लेवल की जांच करें! डॉ. सिन्हा बताते हैं कि डायबिटीज की दवा लेने वाले मरीजों को सामान्यत: हफ्ते में दो बार जांच करनी चाहिए। वहीं, इंसुलिन थेरेपी लेने वाले मरीजों को दिन में दो बार ब्लड शुगर की जांच करनी चाहिए। डॉ. सिन्हा कहते हैं कि ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए खानपान में परहेज करना बहुत जरूरी होता है।