लाइफ़स्टाइल डेस्क। जर्मनी की पूर्व राजधानी रह चुके बॉन शहर में एक बेहद ही अजीबोगरीब कायदा है। सर्दी के मौसम के बाद अगर आप बॉन शहर पहुंचेंगे, तो देखेंगे की बहुत से लोग सड़कों पर मेंढकों को बकायदा सड़क पार करा रहे होंगे। बॉन में जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, तो मेंढ़कों का यहां-वहां घूमना शुरू हो जाता है। दरअसल, गर्मी के मौसम की शुरुआत होने पर मेढक सर्दी के अपने ठिकाने से निकलते तो हैं, लेकिन नए ठिकाने पर पहुंचने के दौरान सड़कों पर तेज चलती गाड़ियों के नीचे दबकर मर जाते हैं। ऐसे में जर्मनी की कई स्वयंसेवी संस्थाओं ने उन्हें बचाने का जिम्मा ले लिया है।
मेंढकों को बचाने के लिए किए जा रहे उपयों के बारे में वाइल्डलाइफ कनजर्वेशन से जुड़ी एक संस्था की डायरेक्टर मोनिका हचटेल कहती हैं कि कई-कई बार तो ऐसा होता था कि बहुत सारे मेंढक गाड़ियों से कुचलकर मर जाते थे। ये देखते हुए हमने उन्हें सड़क पार करने के दौरान बचाने का जिम्मा ले लिया। अब कई संस्थाएं काफी समय से मेढको को सड़क पार कराने के लिए काम कर रही हैं।
मेंढकों को बचाने के लिए कई तरह के तरीकों को उपयोग में लाया जाता है। मेंढकों को सड़क पार कराने के लिए सड़कों के नीचे सुरंग बना दी जाती है, जहां से ये आराम से कभी भी इस पार से उस पार जा सकते हैं। इसके साथ ही मेंढकों को बचाने के लिए फेंसिंग बनाई गई हैं।
एनजीओ और जर्मनी की सरकार ने मिलकर पूरे बॉन शहर में 800 फेंसिंग बनवाई हैं, जो मेंढकों की सड़कों पर चलती गाड़ियों से सुरक्षा करती हैं। एनजीओ के लोग रोजाना फेंस चेक करते हैं और बंद हुए मेंढकों को पास के जंगल में छोड़ आते हैं।