नई दिल्ली। आजादी के बाद देश में पहली बार वायु सेना के लिए एक नई ऑपरेशनल ब्रांच बनाई जा रही है। सरकार ने इसके निर्माण को मंजूरी दी है। यह जानकारी वायु सेना प्रमुख वी आर चौधरी ने एयरफोर्स डे के मौके पर दी। इस ब्रांच के बनने से सरकार को फ्लाइंग ट्रेनिंग के खर्च में कटौती के साथ 3,400 करोड़ रुपए से ज्यादा की बचत होगी।
चंडीगढ़ एयरबेस पर भारतीय वायुसेना ( Airforce Day) के 90वें स्थापना दिवस के मौके पर सेलिब्रेशन किया जा रहा है। इस दौरान एयरचीफ मार्शल के सामने नई यूनिफॉम भी लॉन्च की गई।
एयरचीफ मार्शल ने कहा कि वैपन सिस्टम ब्रांच सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, रिमोट पायलट एयरक्राफ्ट और ट्विन और मल्टी क्रू एयरक्राफ्ट का संचालन करेगी। वीआर चौधरी ने यह भी बताया कि हम भारतीय वायुसेना की 90वीं वर्षगांठ पर कर्मियों के लिए कॉम्बैट यूनिफॉर्म का एक नया पैटर्न लॉन्च कर रहे हैं।
भारतीय वायु सेना (IAF) की नई यूनिफॉर्म सेना की वर्दी की तरह ही है। इसका डिजिटल पैटर्न सभी इलाकों के अनुकूल है। जो सैनिकों को लचीले ढंग से रेगिस्तान, पहाड़ी भूमि, जंगल जैसी जगहों से मूव करने में कम्फर्टेबल रहेगा। इस यूनिफॉर्म को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) ने डिजाइन किया है।
वायुसेना ने अगले साल से महिला अग्निवीरों को शामिल करने की बनाई योजना
IAF के एक अधिकारी के अनुसार, “IAF की नई यूनिफॉर्म के रंग और शेड्स थोड़े अलग हैं, जो वायु सेना के काम करने के माहौल के लिए अधिक अनुकूल हैं।” यूनिफॉर्म को हल्के कपड़े और डिजाइन से बनाया है, जो सैनिकों के लिए आरामदायक हैं।
दिसंबर से शुरू होगी अग्निवीर वायु की ट्रेनिंग
इस दौरान एयरचीफ मार्शल ने यह भी कहा कि IAF दिसंबर 2022 में इनीशियल ट्रेनिंग के लिए 3000 अग्निवीर वायु को शामिल करेगा। साथ ही अगले साल से महिला अग्निवीरों को वायुसेना में शामिल किया जाएगा।