उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कुम्भ पर सवाल उठाने वाले विपक्ष के नेताओं को तीखा जवाब दिया है। उन्होंने बुधवार को कहा कि कोरोना काल के दौरान मेडिकल उपकरणों की खरीद में भ्रष्टाचार करने वाली दिल्ली की केजरीवाल सरकार शुरू से ही हिन्दू आस्था और संस्कृति पर सवाल खड़े करने की कोशिश करती रही है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि वर्ष 2019 में आयोजित प्रयागराज कुम्भ मेला इतिहास में दर्ज है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने कुम्भ को अपने यहां जगह दी है। विपक्षी पार्टियों को यह बात हजम नहीं हो रही है। पूरी दुनिया ने कुम्भ के आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की तारीफ की थी, पर समाजवादी पार्टी व आम आदमी पार्टी को आस्था पर सवाल खड़े करने से फुर्सत नहीं है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कभी भी कुम्भ का इतना भव्य और दिव्य आयोजन नहीं हुआ। योगी सरकार ने 2019 कुम्भ में श्रद्धालुओं के लिए जो सुविधाएं व व्यवस्थाएं की थीं, साफ-सफाई की जो व्यवस्था थी वह खुद में नजीर बन चुकी है।
उन्होंने कहा कि कुम्भ स्वच्छ भारत की बेमिसाल तस्वीर थी। कुम्भ को एक स्थान पर सबसे अधिक भीड़ एकत्र होने, सबसे बड़े स्वचछता अभियान और सार्वजनिक स्थान पर सबसे बड़े चित्रकला कार्यक्रम के आयोजन पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है, जो बहुत बड़ी उपलब्धि हयोगी के मंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने कुम्भ के नाम पर सिर्फ लूट की थी लेकिन योगी सरकार ने संतों और श्रद्धालुओं को विश्वस्तीय सुविधाएं उपलब्ध कराई। दस हजार से अधिक सफाई कर्मियों की तैनाती की गई थी। उन्होंने कहा कि कुम्भ हिन्दू आस्था और संस्कारों से जुड़ा हुआ है। समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी का रवैया शुरू से ही हिन्दू आस्था और हिन्दू संस्कारों के प्रति खराब रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन केन्द्र का किया निरीक्षण
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। इसलिए वे अब आस्था पर सवाल खड़े करने में व्यस्त हैं। पहले श्री राम मंदिर निर्माण को लेकर सवाल उठा रहे थे और अब कुम्भ आयोजन पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हिन्दू धर्म की आस्था के केन्द्र श्री राम मंदिर का निर्माण शुरू कराया। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का मंदिर अब आकार ले रहा है, जो विपक्षी पार्टियों को खटक रहा है। वह कभी भी श्री राम मंदिर का निर्माण आयोध्या में नहीं चाहते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या समेत सभी धार्मिक, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक स्थलों पर विश्वस्तीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है।