नाखून शरीर ही हिस्सा है और आपको सिर्फ और सिर्फ अपने नाखून कुतरने की आदत हो तो नरभक्षी की श्रेणी में ला खड़ा कर देगा। कभी-कभी जब आप अपने कुतरे हुए नाखून देख शर्मिंदा होते हैं तो घबराहट में फिर से नाखून कुतरने लगते हैं। नाखून चबाने की आदत आम तौर पर बचपन में शुरू होती है और बड़े होने तक रह सकती है। अगर आप भी इनमें से हैं तो सावधान हो जाएं।
आपको बता दें नाखुनो को चबाना एक ऐसी आदत है जो विभिन्न कारणों से हो सकती है जिसमे घबराहट, उदास, हताशा या तनाव के कारण भी सामिल होते है। लोग अनजाने में अपने नाखूनों को चबाते हैं और लम्बे समय तक नाखून चबाने से इस आदत से छुटकारा पाने में बहुत मुश्किल होती है। जैसे ऑब्सेसिव कंप्लसिव डिसऑर्डर या फिर हाइपरएक्टिव अटेंशन डिफिसिट. इनके अलावा ऐसे लोग जिन्हें किसी भी तरह का ईंटिंग डिसऑर्डर होता है, वे भी नाखून कुतरते हैं।
जानकारी के मुताबिक नाखून कुतरना आपको उस वक्त तो अच्छा लगता है लेकिन इससे कई बीमारियां चली आती हैं।नेल बाइटिंग से नाखून के चारों ओर इन्फेक्शन फैल सकता है क्योंकि जब आप नाखून चबाते हैं तो कई तरह के जर्म्स कटे-फटे नाखूनों के जरिए शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।