कानपुर| सारे सुरक्षा कवच को तोड़ वेबसाइट को हैक कर आईआईटी इंदौर न सिर्फ देश में अव्वल रहा, बल्कि दुनियाभर में 8वां स्थान प्राप्त किया। संस्थान की बाइट बैंडिट्स टीम ने कम समय में बिना नुकसान पहुंचाए हैकिंग की। दूसरे स्थान पर आईआईटी रुड़की की टीम इंफोसेक आईआईटीआर रही। इसे दुनियाभर में 14वां स्थान प्राप्त हुआ। तीसरे स्थान पर अमृता विश्वा विद्यापीठम अमृतापुरी की टीम बायोस रही, जिसे दुनिया में 16वां स्थान प्राप्त हुआ।
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आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर व सी3आई लैब के निदेशक प्रो. संदीप शुक्ला ने सीएसएडब्ल्यू-2020 (साइबर सिक्योरिटी अवयेरनेस वर्ल्डवाइड) प्रतियोगिता का आयोजन किया। यह प्रतियोगिता देश के साथ न्यूयॉर्क व कई अन्य देशों में एक समय पर ही कराई गई। इसमें कुल तीन प्रतियोगिता कैप्चर द फ्लैग, एम्बेडेड सिक्योरिटी चैलेंज व एप्लाइड रिसर्च कॉम्प्टीशन हुई। कैप्चर द फ्लैग में आईआईटी इंदौर की टीम विजेता बनी।
एम्बेडेड सिक्योरिटी चैलेंज इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) पर आधारित था। आईओटी डिवाइस आधुनिक स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर का हिस्सा है। इसमें प्रतिभागियों को वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट के फर्मवेयर को हैक करना था। इसमें आईआईटी रुड़की की टीम एसडीएस लैब्स विजेता बनी। दूसरे स्थान पर आईआईटी खड़गपुर की टीम सील और तीसरे स्थान पर आईआईटी धारवाड़ की टीम द हैकिंग कंपनी रही।