• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

कोरोना संकट काल में मोदी सरकार ने बदली 16 साल पुरानी नीति

Writer D by Writer D
29/04/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राजनीति, राष्ट्रीय
0
pm modi

pm modi

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

कोरोना महामारी से उत्पन्न हुई स्थितियों के चलते भारत को अपनी 16 साल पुरानी नीति को बदलना पड़ रहा है। कोरोना संकट के कारण ऑक्सीजन और अन्य स्वास्थ्य ढांचा चरमराने के बाद भारत ने विदेशों से उपहार, दान और मदद स्वीकार करना शुरू कर दिया है।

बाहरी देशों से मदद लेने के मामले में कई और बदलाव किए गए हैं। इंडियन एक्सप्रेस ने एक सरकारी सूत्र के हवाले से बताया कि भारत को अब चीन से ऑक्सीजन संबंधित उपकरणों और जीवन रक्षक दवाओं की खरीद में कोई वैचारिक समस्या नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान से मदद लेने को लेकर नई दिल्ली अभी मानसिक रूप से तैयार नहीं है। हालांकि माना जा रहा है कि भारत, पाकिस्तान से मदद स्वीकार करने वाला नहीं है। इसके अलावा, राज्य सरकारें विदेशी एजेंसियों से जीवन रक्षक उपकरणों और दवाओं की खरीद के लिए भी स्वतंत्र हैं, और केंद्र सरकार रास्ते में नहीं आएगी।

मोदी सरकार का ये कदम सालों पुरानी उस नीति के उलट है जिसके तहत भारत अपनी आत्मनिर्भरता और स्वयं की उभरती हुई शक्ति वाली छवि पर जोर देता रहा है। यह पिछले 16 वर्षों की नीति से एक उल्लेखनीय बदलाव है, क्योंकि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने विदेशी स्रोतों से मदद नहीं लेने का फैसला किया था।

पंचायत चुनाव में शाम पांच बजे तक 50 फीसदी मतदान, कई जिलों में हिंसा

सोलह साल पहले तक भारत विदेशी सरकारों की मदद स्वीकार करता रहा था। भारत ने उत्तरकाशी भूकंप (1991), लातूर भूकंप (1993), गुजरात भूकंप (2001), बंगाल चक्रवात (2002) और बिहार बाढ़ (जुलाई 2004) के दौरान दूसरे देशों की मदद स्वीकार की थी। हालांकि, दिसंबर 2004 की सुनामी के बाद तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह का दिया गया वो बयान बहुत चर्चित है जिसमें उन्होंने कहा था, “हमें लगता है कि हम अब अपने दम पर किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर ही हम उनकी मदद लेंगे।” यह भारत की आपदा सहायता नीति को लेकर ‘ऐतिहासिक क्षण’ था।

बहरहाल। उस दौरान पीएम रहते हुए डॉ. मनमोहन सिंह ने यह नीति तय की थी कि हम विदेशी मदद नहीं लेंगे। पिछले 16 वर्षों में, भारत 2013 में उत्तराखंड बाढ़, 2005 में कश्मीर भूकंप और 2014 में कश्मीर बाढ़ के दौरान विदेशी सहायता लेने से इनकार करता रहा है। मोदी सरकार के आने के बाद भी इस नीति पर अमल होता रहा। लेकिन कोरोना संकट के बीच भारत को अपनी नीति बदलने पर मजबूर होना पड़ा है।

लालू का जेल से बाहर आने का रास्ता हुआ साफ, CBI ने जारी किया रिलीज ऑर्डर

अगस्त 2018 में जब केरल में बाढ़ आई तो राज्य सरकार ने कहा था कि संयुक्त अरब अमीरात ने राहत के तौर पर 700 करोड़ रुपये की पेशकश की है, तब केंद्र ने किसी भी तरह के अंतरराष्ट्रीय सहायता लेने से इनकार कर दिया था और यह साफ किया था कि वह खुद “घरेलू प्रयासों” के माध्यम से राहत और पुनर्वास के लिए राज्य की आवश्यकताओं को पूरा करेगा। इसके चलते केरल और केंद्र सरकार के बीच मनमुटाव भी देखने को मिला था।

फिलहाल, कोरोना संकट के बीच अब तक 20 से अधिक देश भारत की मदद के लिए आगे आए हैं- इसमें छोटे पड़ोसी देशों से लेकर दुनिया की प्रमुख शक्तियां भी शामिल हैं। भूटान ने ऑक्सीजन की आपूर्ति की, अमेरिका से अगले महीने एस्ट्राजेनेका के टीके आने की संभावना है। भारत को मदद पहुंचाने वाले देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लक्समबर्ग, पुर्तगाल, स्वीडन, ऑस्ट्रेलिया, भूटान, सिंगापुर, सऊदी अरब, हांगकांग, थाईलैंड, फिनलैंड, स्विट्जरलैंड, नॉर्वे इटली और यूएई शामिल हैं।

भारत को सप्लाई के लिए हमारे पास वैक्सीन की सरप्लस डोज नहीं : बोरिस

असल में,16 साल पुराने नियमों में बदलाव के संकेत उसी समय मिल गए थे जब पीएम-केयर्स फंड में राष्ट्रीयता की बॉउंड्री तोड़कर विदेशों से भी मदद ली गई।

सूत्रों ने कहा कि भारत सरकार सभी विदेशी सरकारों और एजेंसियों को इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी को दान करने के लिए कह रही है, जिसके बाद एक एम्पावर्ड ग्रुप उन्हें आगे भेजने का तरीका बताएगा। सूत्र यह भी बताते हैं कि विदेशी सरकारों से मिल रही ये मदद एक तरह से रिटर्न गिफ्ट है क्योंकि भारत पहले ही दुनियाभर के देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन और कोरोना टीका मुहैया करा चुका है। भारत ने 80 से अधिक देशों को लगभग 6.5 करोड़ रुपये की वैक्सीन भेजी है। पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव के बावजूद नई दिल्ली की चीन से आपातकालीन आपूर्ति, विशेष रूप से ऑक्सीजन संबंधित उपकरणों की खरीद को लेकर नजरिया में बदलाव, दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है। वहीं कहा जा रहा है कि चीन से खरीद की प्रक्रिया जारी है और इसे लेकर कोई वैचारिक दिक्कत नहीं है।

भारत में चीनी राजदूत सुन वेइडोंग ने पुष्टि की कि बीजिंग 25,000 ऑक्सीजन कंसट्रेटर नई दिल्ली को सप्लाई करेगा। चीन के राजदूत ने ट्वीट किया, “चीनी चिकित्सा आपूर्तिकर्ता भारत के आदेशों पर सप्लाई करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे हैं। अभी चीन को कम से कम 25,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स के ऑर्डर मिले हैं। मालवाहक विमानों के जरिये चिकित्सा आपूर्ति की योजना है। चीन कस्टम संबंधी प्रक्रियाओं में राहत देगा।”

Tags: modi government changed the policyModi NewsNational newspm modi
Previous Post

टीवी स्टार जैस्मिन भसीन ने जाहिर की अली के परिवार के साथ रहने की खुशी

Next Post

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कोरोना को दी मात, अस्पताल से मिला डिस्चार्ज

Writer D

Writer D

Related Posts

Rajnath Singh honored the astronauts including Shubhanshu Shukla
राजनीति

राजनाथ सिंह ने शुभांशु शुक्ला सहित गगनयात्रियों को किया सम्मानित, कहा- आप सभी है रत्न

24/08/2025
UP Tourism steals the spotlight at IATO Conference in Puri
उत्तर प्रदेश

इत्र की खुशबू और आध्यात्मिक सर्किट से महका उत्तर प्रदेश पर्यटन

23/08/2025
UPITS
उत्तर प्रदेश

500 से अधिक इंटरनेशनल बायर्स देखेंगे ‘मेड इन यूपी’ की ताकत

23/08/2025
CM Vishnudev Sai
Main Slider

भारत के हृदय स्थल में स्थित एक उभरता हुआ औद्योगिक एवं निवेश गंतव्य है छत्तीसगढ़: विष्णुदेव

23/08/2025
CM Dhami reached the State Emergency Operations Center
राजनीति

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे सीएम धामी, आपदा प्रभावित मृतकों को 5 लाख रु का मुआवजा तत्काल देने के निर्देश

23/08/2025
Next Post
dr. manmohan singh

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कोरोना को दी मात, अस्पताल से मिला डिस्चार्ज

यह भी पढ़ें

neena gupta

बिना शादी किए ही मां बन गई थीं नीना गुप्ता, बूलिन- सोचा नहीं था ऐसे इंसान से प्यार…

08/11/2022

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप ने पत्नी सहित किया अपने मत का किया प्रयोग

03/03/2022
oxygen express

टाटानगर प्लांट से 16 कंटेनरों में 126 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लखनऊ पहुंची

08/05/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version