संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाने को लेकर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र की 6वीं समिति में कहा कि, पाकिस्तान, आतंकवाद का सबसे बड़ा समर्थक तथा उसे बढ़ावा देने वाला देश है और खुद को इसका पीड़ित बताने का ढोंग करता है। साथ ही, उसे हिंदू , ईसाई, सिख और बौद्ध सहित अपने सभी अल्पसंख्यकों का नस्ली सफाया करना बंद कर देना चाहिए। वहीं, कश्मीर की बात करने पर भारत ने कहा कि जम्मू कश्मीर हमारे देश का हिस्सा था और हमेशा रहेगा।
भारत का हिस्सा रहेगा जम्मू-कश्मीर- डॉ. काजल भट्ट
वहीं, डॉ. काजल भट्ट ने पाक के संयुक्त राष्ट्र के दूत मुनीर अकरम द्वारा 6वीं समिति की बैठक में फिर से कश्मीर के मुद्दे को उठाने पर जवाब देते हुए कहा कि, जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है और रहेगा। अगर आप आतंकवाद के जरिए यहां अशांति फैलाने की कोशिश करेंगे तो हमारी सेना आपको जवाब देने के लिए सक्षम है। भट्ट ने कहा कि हम पाकिस्तान से उनके देश में हिंदुओं, ईसाइयों, सिखों, बौद्धों सहित अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचार को खत्म करने का आह्वान करते हैं।
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आतंकवाद विश्व स्तर पर जारी- भट्ट
साथ ही, भट्ट ने कहा कि, आतंकवाद विश्व स्तर पर जारी है, नए क्षेत्रों में फैल रहा है, आतंकवादियों ने अपने उद्देश्यों को आगे बढ़ाने और अपने बुरे कृत्यों को पूरा करने के लिए ड्रोन, आभासी मुद्राओं और एन्क्रिप्टेड संचार जैसी नई और उभरती प्रौद्योगिकियों तक पहुंच प्राप्त करके अपनी क्षमताओं में काफी वृद्धि की है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा की 6वीं समिति (कानूनी) की बैठक में उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक व्यापक कानूनी ढांचा प्रदान करने के लिए सीसीआईटी के मसौदे का संचालन किया। हमारा दृढ़ विश्वास है कि संयुक्त राष्ट्र को इस दिशा में और अधिक करने की जरूरत है।