इंडियन माइक्रोब्लॉगिंग ऐप कू (Koo) के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। नाइजीरिया की सरकार ने भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म कू (Koo) पर अपना ऑफिशियल अकाउंट बनाया है। नाइजीरिया की सरकार ने अपने यहां ट्विटर (Twitter) को बैन करने के चंद दिनों के भीतर यह कदम उठाया है।
अब भारत के बाहर भी Koo की पहुंचKoo के को-फाउंडर अप्रमेय राधाकृष्ण ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म पर नाइजीरिया गवर्नमेंट का स्वागत किया है। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया है, ‘कू इंडिया पर नाइजीरिया की सरकार के ऑफिशियल हैंडल का बहुत-बहुत स्वागत है! अब हम भारत से बाहर भी अपनी पहुंच बढ़ा रहे हैं।’ नाइजीरिया के राष्ट्रपति मोहम्मदु बुहारी की एक पोस्ट को डिलीट करने के बाद 5 जून को नाइजीरिया ने ट्विटर पर बैन लगाने का फैसला किया था।
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कई मंत्रालयों के लिए विकल्प के रूप में उभरा है Kooइंडियन माइक्रोब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म Koo ने इसे मौके के रूप में लिया और प्लैटफॉर्म पर नाइजीरिया की लोकल लैंग्वेज पेश करने के साथ अफ्रीकी देश में विस्तार करने से जुड़ी अपनी योजना की घोषणा की। राधाकृष्ण ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘कू इंडिया अब नाइजीरिया में उपलब्ध है। हम वहां लोकल लैंग्वेज जोड़ने की सोच रहे हैं। आपका क्या कहना है?’ कू रीजनल लैंग्वेज में कंटेंट तक पहुंच उपलब्ध कराता है। भारत सरकार में कई केंद्रीय मंत्रालयों के लिए भी Koo एक विकल्प के रूप में उभरा है। Koo उन पहली अहम सोशल मीडिया फर्म्स में शामिल है, जिन्होंने नए गाइडलाइंस के कंप्लायंस की घोषणा की थी।