भारतीयों की तो आदत में शामिल होता है चाय का सेवन। आजकल तो चाय के शौकीनों के लिए चाय के कई सारे फ्लेवर बाजार में उपलब्ध होते हैं और इस तरह की चाय को बनाने के लिए कोई तकलीफ भी नहीं उठाना पड़ती है।
बाजार में टी-बैग (Tea Bags) रुप में पिछले कई सालों से ग्रीन टी, लेमन टी, हर्बल टी आदि उपलब्ध हैं। इन टी-बैग को गर्म पानी में डालो और थोड़े समय बाद चाय पी लो लेकिन अधिकतर लोगों को पानी में से टी बैग को निकालकर फेंकना पसंद नहीं होता है। ऐसे में जरूरी भी नहीं है कि टी बैग को फेंका ही जाए। असल में ये उपयोग किए हुए टी-बैग बेहद काम के होते हैं। अगली स्लाइड्स के माध्यम से जानिए उपयोग किए हुए टी बैग को किस तरह लिया जाता है काम में।
खिड़की की जालियों में जमे जाले, कांच और टेबल पर बने जिद्दी निशानों को साफ करने का सबसे अच्छा तरीका होता है कि चायपत्ती से बने घोल से उसकी सफाई हो। ऐसे में पुराने उपयोग किये गए टी बैग आपके काम आ सकते हैं। एक ग्लास उबले पानी में दो पुराने टी बैग (Tea Bags) डाल दें और इस पानी में कपड़ा भिगोकर आसानी से सफाई करें।
यदि हम लंबे समय तक जूते- मोजे पहनकर रखते हैं तो पैरों और जूते- मोजे से बदबू आने लगती है। ऐसे में आप कुछ देर के लिए सूखे उपयोग किए हुए टी- बैग को अपने जूते और मोजे में रखे रहने दें, ऐसा करने से उनमें से बदबू गायब हो जाएगी। आपको मोजे धोना भी नहीं पड़ेंगे।
कई बार ऐसा होता है कि हम बहुत अधिक यदि लैपटॉप पर काम कर लेते हैं या नींद नहीं आती है तो अगले दिन आंखों में जलन और आंखों के नीचे सूजन सी आ जाती है। इस्तेमाल किए हुए टी बैग को फ्रिज में रखकर थोड़ा ठंडा कर लें और फिर उन्हें आंखों के नीचे सूजन वाले हिस्से पर हल्का सा रखें। ऐसा करने से आंखों को बहुत सुकून पहुंचेगा।
जब फ्रिज में अलग-अलग तरह का सामान रखा होता है तो उन सब सामानों के मिल जाने से एक अजीब सी गंध फ्रिज से आने लगती है। जब-जब फ्रिज खोलो, तब-तब या गंध पूरे कमरे में फैल जाती है। इसको मिटाने के लिए फ्रिज में एक पानी का बोल रखें जिसमें उपयोग किए हुए टी-बैग डाल दें। ऐसा करने से फ्रीज से सुगंध आने लगेगी।