• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

इस मंदिर में सुहागरात से पहले जरूरी है जाना, मुस्लिम भी मानते हैं ये प्रथा

Desk by Desk
31/07/2020
in Main Slider, धर्म, राजस्थान, राष्ट्रीय
0
लोकदेवता खेतपाल महाराज का मंदिर

इस मंदिर में सुहागरात से पहले जरूरी है जाना, मुस्लिम भी मानते हैं ये प्रथा

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जिनकी अनूठी संस्कृति और परंपरा है। इन्हीं में से एक मंदिर जैसलमेर में स्थित है जो वहां के स्थानीय लोकदेवता खेतपाल महाराज को समर्पित है। इन महाराज को यहां के स्थानीय निवासी क्षेत्रपाल और भैरव भी बुलाते हैं।

भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जिनकी अनूठी संस्कृति और परंपरा है। इन्हीं में से एक मंदिर जैसलमेर में स्थित है जो वहां के स्थानीय लोकदेवता खेतपाल महाराज को समर्पित है। इन महाराज को यहां के स्थानीय निवासी क्षेत्रपाल और भैरव भी बुलाते हैं।

VIRAL VIDEO में देखें दो सांपों के बीच इंसानों की तरह हुई वर्चस्व की जंग

इस मंदिर की मान्यता है कि सुहागरात से पहले दूल्हा दुल्हन को इस मंदिर में आना होता है। वे अपने विवाह का सूत्र बंधन इस मंदिर में खोलते हैं और बाबा के आशीर्वाद से अपने वैवाहिक जीवन का नया सफ़र शुरू करते हैं। जहां भारत में सबरीमाला और कई अन्य प्राचीन मंदिरों में महिलाओं का जाना वर्जित हैं। वहीं दूसरी ओर ये मंदिर सांप्रदायिक सद्भावना की मिसाल है. यहां पूजा के लिए न ही सिर्फ पुरुष बल्कि महिलाओं का भी आना जरूरी है।

महिलाएं करवाती हैं पूजा पाठ

ज्यादातर मंदिरों में अपने पुजारी पुरुष देखे होंगे, लेकिन इस मंदिर की पुजारी माली जाति की महिलाएं होती हैं। ये महिला पुजारी ही नवविवाहित जोड़े को विधि विधान से पूजा पाठ करवाती हैं। इस पूजा के करने से खेतपाल बाबा का आशीर्वाद हमेशा नए युगल पर बना रहता है। गांववालों का ये भी मानना है कि विवाह के बाद हुए इस पूजापाठ से कोई भी बड़ी समस्या जैसलमेर में आंख भी नहीं दिखा पाती।

सावन में शिव साधना के बाद अब भाद्रपद में होगी श्रीकृष्ण की भक्ति

मुस्लिम भी करते हैं पूजा

सांप्रदायिकता की मिसाल कायम किये इस मंदिर में हिंदू के अलावा सिंधी मुस्लिम भी पूजा करने आते हैं। हर मजहब और जाति के लोगों के प्रवेश की इस मंदिर में अनुमति है। स्थानीय मुस्लिम निकाह के बाद सभी परंपराएं इस मंदिर में पूरी करने आते हैं। बताया जाता है कि पुराने समय में सिंध से सात बहनें यहां आई हुईं थी। ये देवियों के रूप में जैसलमेर में कोने कोने में विराजमान हैं। खेतपाल महाराज उन्हीं के भाई हैं। मंदिर की पुजारी का कहना है कि खेतपाल महाराज की कृपा से सच्चे मन से की गई प्रार्थना पूरी होती है और महाराज उनके खेतों और इलाकों की भी रक्षा करते हैं।

ये है पूजा का विधि विधान

विवाह के बाद सबसे पहले नवविवाहित जोड़े इस मंदिर जाते हैं. और अपने बंधन को खोलते हैं। विवाह सूत्र बंधन को खोलने की परंपरा काफी पुरानी है और तब से चली आ रही है जब से जैसलमेर राज्य स्थापित हुआ था। अगर किसी वजह से कोई मंदिर नहीं पहुंच पाता है तो वह एक अलग से नारियल निकाल कर रख देते हैं। इस नारियल को बाद में भैरव को समर्पित कर दिया जाता है। अगर कोई ऐसा करना भूल जाता है तो खुद क्षेत्रपाल उसके घर पर नारियल मांगने जाते हैं। पहले इस मंदिर में किसी की इच्छा पूरी हो जाने पर बलि भी चढ़ाई जाती थी, पर अब इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

Tags: indian temples and historyjaisalmer templeskhetpal templeunique temples of indiaखेतपाल महराज का मंदिर
Previous Post

BIGG BOSS फेम दीपक ठाकुर का डूबा घर, पीएम मोदी-सोनू सूद से लगाई मदद की गुहार

Next Post

राजीव गांधी सरकार ने 1985 में शिक्षा मंत्रालय का नाम बदलकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय किया

Desk

Desk

Related Posts

We will kill Ali Khamenei…Israel made the announcement
Main Slider

अब खामेनेई को मारेंगे…, अस्पताल पर हमले से बौखलाएं इजराइल ने किया ऐलान

19/06/2025
Main Slider

योगी सरकार की पुलिस ने आठ साल में 234 दुर्दांत अपराधियों को किया ढेर, मेरठ जोन अव्वल

19/06/2025
Dr Haridutt Nemi
Main Slider

DM Vs CMO Dispute: कानपुर सीएमओ सस्पेंड, विधानसभा अध्यक्ष की भी पैरवी काम नहीं आई

19/06/2025
क्राइम

मंत्री अशोक चौधरी के आवास के गेट पर युवक को मारी गोली, मचा हड़कंप

19/06/2025
CM Dhami
Main Slider

उत्तराखण्ड योग और ऋषि मुनियों की भूमि: मुख्यमंत्री

19/06/2025
Next Post
राजीव गांधी

राजीव गांधी सरकार ने 1985 में शिक्षा मंत्रालय का नाम बदलकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय किया

यह भी पढ़ें

ATS

आईएसआई एजेंट को एटीएस ने किया गिरफ्तार

22/11/2023
आईपीएल टीम

मुंबई, दिल्ली और बैंगलोर की प्लेऑफ में जगह हुई पक्की

03/11/2020
Mohammed Shami

मुश्किलों में फंसे मोहम्मद शमी, लगा इतने करोड़ों हड़पने का आरोप

07/09/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version