नई दिल्ली| जेट एयरवेज एक बार फिर आसमान में उड़ने को तैयार है। दरअसल, भारी कर्ज में डूबी जेट को नया मालिक मिल गया है। जेट को कर्ज देने वाली कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स ने लंदन की एसेट मैनेजमेंट कंपनी कालरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात के निवेशक मुरारी लाल जालान को नए निवेशक के रूप में चुना है।
इसके साथ ही लंबे समय से चला आ रहा जेट के भविष्य पर छाया अंधेरा छट गया है। जेट को फिर से उड़ने के ऐलान से विमानन उद्योग में रोजगार के बड़ी संख्या में नए अवसर पैदा होंगे क्योंकि हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन होंगे। गौरतलब है कि बंद होते समय जेट में 9000 लोग कार्यरत थे जो अब करीब 4500 कर्मी ही बच गए हैं।
शेयर बाजार कोरोना के पहले वाले स्तर पर लौटे
विशेषज्ञों का कहना है कि जेट को फिर से उड़ान सेवा शुरू करने के लिए बड़ी संख्या में नई नियुक्तियां करनी होगी। यह कोरोना के बाद सुस्त पड़े जॉब मार्केट में तेजी लाने का काम करेगा। जेट देश के साथ विदेश में उड़ान सेवा का संचालन करेगी तो नियुक्तियां हर स्तर पर की जाएंगी। जेट एयरवेज के रिजोल्यूशन प्रोफेशनल ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बताया कि इस प्रस्ताव पर ई-वोटिंग हुई जिसके बाद इसे मंजूरी दी गई। गौरतबल है कि बंद हो चुकी विमानन कंपनी को दो समूहों से प्रस्ताव मिले थे।
साल 219 में ये हुआ जेट के साथ
- अप्रैल महीने में वित्तीय संकट गहराने के बाद जेट ने उड़ान बंद किया था
- जून में एसबीआई की अगुवाई में बैंकों ने जेट एयरवेट को एनसीएलटी में ले गए
- सितंबर में सिनर्जी ग्रुप ने बोली लगाने की कोशिश लेकिन सफल नहीं हो पाया
साल-2020
- जनवरी में रिजोल्यूशन प्रोफेशनल ने जेट के लिए नई बोली मांगी
- फरवरी में तीन कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई लेकिन सफल नहीं हुए
- मार्च में रिजोल्यूशन प्रोफेशनल ने तीन माह के लिए बोली बढ़ाने का अनुरोध किया
- अप्रैल में अगस्त 21 तक बोली लगाने की मंजूरी मिली
- जुलाई में दो बोली लगाने वाले ने रिजोल्यूशन प्लान पेश किया
- 17 अक्तूबर को ई-वोटिंग के जरिये रिजोल्यूशन प्लान को मंजूरी दी गई
इन पांच फैसलों ने जेट को अर्श से फर्श पर ला दिया
- 2006 में खस्ताहाल एयर सहारा को 50 करोड़ डॉलर की रकम नगद देकर खरीदना
- जेट को इंडिगो, स्पाइसजेट और गो एयर जैसी सस्ती एयरलाइनों की चुनौती झेलनी पड़ी
- नरेश गोयल की प्रबंधन शैली पर आरोप कि वह सारे फैसले खुद लेते थे
- महंगा हवाई ईंधन और कमजोर रुपये ने नुकसान पहुंचाया
- जेट एयरवेज एक रणनीतिक निवेशक ढूंढने में भी नाकाम रहा जो एयरलाइन में पैसा डालता रहे
ऐसे की कारोबार की शुरुआत
- 1993 में चार बोइंग 737 विमानों के साथ पहली बार उड़ान सेवा शुरू की थी जेट
- 2012 के आते-आते देश की सबसे बड़ी निजी विमानन कंपनी बन गई
- 112 विमान थे जेट के पास 17 अप्रैल, 2019 में जब उड़ान सेवा बंद हुई थी