लखनऊ। यूपी के बरेली की एसडीएम ज्योति मौर्य (SDM Jyoti Maurya) की वजह से चर्चा में आए कमांडेंट होमगार्ड मनीष दुबे (Manish Dubey) बुरे फंस गए हैं। डीजी होमगार्ड उत्तर प्रदेश विजय कुमार मौर्य ने मनीष दुबे को सस्पेंड करने और विभागीय कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है। सबूतों के आधार पर डीजी होमगार्ड विजय कुमार मौर्य ने मनीष दुबे (Manish Dubey) पर कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है।
बता दें कि प्रयागराज के रहने वाले आलोक मौर्य (Alok Maurya) ने पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya)पर गंभीर आरोप लगाए थे। पति-पत्नी के बीच की कलह मीडिया की सुर्खियां बना था। पति ने बताया था कि चतुर्थ श्रेणी की नौकरी कर पत्नी को उच्च शिक्षा दिलाने में मदद की और अफसर बनने के बाद छोड़ना चाहती है। पति-पत्नी और वो का विवाद लखनऊ भी पहुंचा था।
एसडीएम ज्योति मौर्य ने उच्च अधिकारियों के सामने सफाई पेश की थी। शासन की तरफ से मामले की जांच का जिम्मा प्रयागराज डीआईजी होमगार्ड को सौंपा गया। जांच रिपोर्ट में पति आलोक मौर्य के लगाए आरोप सही निकले हैं। प्रयागराज डीआईजी होमगार्ड की रिपोर्ट में मनीष दुबे (Manish Dubey) को सस्पेंड करने और विभागीय जांच शुरू करने की सिफारिश की गई।
बुरे फंसे महोबा कमांडेंट होमगार्ड मनीष दुबे (Manish Dubey)
पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य की शादी आलोक मौर्य के साथ 10 साल पहले हुई थी। पति आलोक मौर्य का कहना था कि पत्नी का अवैध संबंध गाजियाबाद में होमगार्ड कमांडेंट के पद पर तैनात मनीष दुबे (Manish Dubey) से था।
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आलोक मौर्य ने दावा किया था कि फरवरी महीने में दोनों को सरकारी आवास पर आपत्तिजनक हालत में पकड़ा था। पत्नी ज्योति मौर्य ने भी पति पर धोखे से शादी करने और दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया। उन्होंने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई। दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया।