सावन के दूसरे दिन 26 जुलाई को अन्तर्राष्ट्रीय भोजपुरी सेवा न्यास परिवार के तत्वावधान में कजरी महोत्सव का आयोजन किया।
‘घेरि आई सखि कारी बदरिया, बरसन लागी सखि मोरी अटरिया’ शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम के दूसरे दिन अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी सेवा न्यास के अध्यक्ष परमानंद पांडेय के आग्रह पर प्रतिभागियों ने कजरी गीतों की शानदार प्रस्तुति दी।
अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी सेवा न्यास परिवार की संरक्षिका और कार्यशाला की प्रशिक्षिका शशिलेखा सिंह ने सरस्वती वंदना विनई ला शरदा भवानी, पत राखीं महारानी और घेरि आई कारि बदरिया वरसन लागी सखि मोरि अटरिया पर प्रतिभागियों की प्रस्तुति को सुना और उन्हें कजरी गायन की बारीकियों और अंतरा आदि की जानकारी दी।
सावन के पहले दिन कजरी महोत्सव का शुभारंभ, अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी सेवा न्यास ने किया आयोजन
श्रीमती शशिलेखा सिंह ने ऑनलाइन कजरी गायन कर कजरी गायन की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। गूगल मीट पर रीता श्रीवास्तव, मधु श्रीवास्तव, सुमन पांडेय,अंजली सिंह, हेमलता त्रिपाठी, सीमा अग्रवाल, अपर्णा सिंह, नीरु श्रीवास्तव, शैली सिंह, वंदना तिवारी, सुधा तिवारी, कल्पना जौहरी, भारती श्रीवास्तव गाजियाबाद, नीरु श्रीवास्तव, शैली सिंह, कंचन श्रीवास्तव, रीता पांडेय, भारती श्रीवास्तव, कुसुम मिश्रा, रीना मिश्रा, इंदु दुबे, गायत्री त्रिपाठी, तन्नु कुमारी चौहान, सरला गुप्ता, कल्पना सक्सेना, अम्बुज अग्रवाल और राम बहादुर राय अकेला आदि ने प्रतिभाग किया।
कजरी महोत्सव में अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी सेवा न्यास के उपाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद दुबे, दिग्विजय मिश्र, संयुक्त सचिव राधेश्याम पांडेय, जे पी सिंह, न्यासी शाश्वत पाठक प्रसून पांडेय, सुदर्शन दुबे, दिव्यांशु दुबे, अखिलेश द्विवेदी, दशरथ महतो, गयानाथ यादव, और ऊषाकान्त मिश्र, विनीत तिवारी, निलेन्द्र त्रिपाठी और पुनीत निगम आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।