उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोगों से अपील की है कि दिवाली में मिट्टी के दिये जलाये और त्योहार के दौरान स्वदेशी वस्तुओं को अधिक से अधिक खरीद करें।
श्री मौर्य ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर माटी की कलाकृतियों को बनाने वाले विभिन्न कारीगरों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया और कहा कि सरकार स्वदेशी अपनाने व आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। माटी कला बोर्ड की स्थापना कर सरकार ने माटी के कारीगरों की आर्थिक स्थिति को सुधार लाने की कोशिश की है।
उन्होने कहा कि माटी की वस्तुओं को अपनाकर न केवल जरूरत की वस्तुओं की पूर्ति की जा रही है, बल्कि लोगों को रोजगार से जोड़ने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। यह कार्य आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में ही एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार की मंशा है कि जिस प्रकार दीप जलाने से प्रकाश होता है, उसी तरह से गरीबों का जीवन भी प्रकाशमय हो।
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इस मौके पर माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति के नेतृत्व में गोरखपुर, प्रयागराज, बाराबंकी आदि जिलों के प्रजापति समाज के लोगों द्वारा बनायी गयी विभिन्न कलाकृतियों का अवलोकन करते हुये लगभग 10 हजार रूपये की मूर्तियों व अन्य सामाग्री को उन्होने स्वयं खरीदा।
उन्होने कहा कि ओडीओपी के तहत भी माटी की कलाकृतियों को बढ़ावा दिया जा रहा है और इन्हे प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से खादी भवन में भव्य प्रदर्शनी भी लगायी गयी है, जिसकी हर ओर सराहना हो रही है। श्री मौर्य ने स्वदेशी अपनाने की दिशा में लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया और विश्वास व्यक्त किया कि माटी कला बोर्ड के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा और लोग स्वावलम्बी तथा आत्मनिर्भर हो सकेंगे।