किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) से निकाले गए सौ से ज्यादा संविदा कर्मियों ने आज प्रशासनिक भवन के सामने जुलूस निकाला। निकाले गए संविदा कर्मियों ने रजिस्ट्रार के विरुद्ध नारेबाजी की।
निकाले गए संविदा कर्मी विजय गुप्ता और हसन मिर्जा ने बताया कि कोविड संक्रमण के समय उन सभी को संविदा पर रखा गया था और यह रखते समय झूठ बोला गया था कि बाद में उन्हें नौकरी पर रख लेंगे।
उन्होंने बताया कि 40 दिन कार्य करने के बाद उन्हें नोटिस थमा दी गई और 31 मई तक का हिसाब करके जाने के लिए कह दिया गया। इस कोविड संकट में अब वे कहां जाएं। उनको रखवाने वाली एजेंसी भी हाथ खड़ा कर चुकी है।
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केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने कहा कि कोविड पीरियड में आउटसोर्सिंग एजेंसियों के माध्यम से 31 मई तक के लिए 322 संविदा कर्मियों की तैनाती हुई थी। सेवा ली जा चुकी है और फिलहाल अभी संविदा कर्मियों को हटाया जा रहा है। आगे आवश्यकता अनुसार उनसे पुनः सम्पर्क किया जाएगा।