नई दिल्ली। इस क्रम में बुधवार को विपक्षी नेताओं का एक दल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा। इन विपक्षी नेताओं में शरद पवार , सीताराम येचुरी, राहुल गांधी भी शामिल हैं। इन्होंने किसान आंदोलन को लेकर उनसे मिलने का समय मांगा था। वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘राहुल गांधी, शरद पवार जी और विपक्षी नेता जिन्होंने किसान को दिवालिया बना दिया वो अब किसान के नाम पर राष्ट्रपति महोदय के यहां जा रहे हैं।
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इन्हें तो किसानों से माफी मांगनी चाहिए, ये किसानों की बदहाली के लिए जवाबदार लोग हैं।’ बता दें कि आज किसानों के आंदोलन का चौदहवां दिन है और आज केंद्र के साथ किसान नेताओं के छठे राउंड की वार्ता होने वाली थी जिसे टाल दिया गया है। दरअसल, सरकार की ओर से आज किसानों को लिखित प्रस्ताव दिया जाएगा जिसपर वे विचार करेंगे।
सीपीआई(एम) नेता सीताराम येचुरी ने बताया था कि विपक्षी दलों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल बुधवार शाम 5 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेगा। उन्होंने कहा,’प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी, शरद पवार और अन्य शामिल होंगे। COVID-19 प्रोटोकॉल के कारण केवल 5 लोगों को मिलने की अनुमति दी गई है।’
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राष्ट्रपति कोविंद से मिलने से पहले ये सभी विपक्षी दल के नेता कृषि कानूनों पर एकसमान रुख तैयार करेंगे। इस मुलकात के लिए विपक्षी दलों में एनसीपी, कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट) कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माले), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और तृणमूल कांग्रेस शामिल हैं। इस सभी दलों ने किसानों के ‘भारत बंद’ का समर्थन किया था।