• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

आइए जानते है जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की कैसे हुई थी प्लानिंग?

Desk by Desk
05/08/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राजनीति, राष्ट्रीय
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटे एक साल हो चुका है। पिछले साल 5 अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर राज्य से अनुच्छेद 370 हटाने और इस राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने का निर्णय लिया गया था। ये निर्णय किए जाने से पहले ज्यादातर राजनीतिक दलों का मानना था कि कोई भी सरकार जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला नहीं ले सकती, लेकिन मोदी सरकार 2.0 के गृह मंत्री अमित शाह ने इस हटाकर सबको गलत साबित कर दिया। आइए आपको बतातें हैं कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की प्लानिंग कैसे की गई थी।

बेरूत में 2750 टन सोडियम नाइट्रेट के इस्तेमाल से हुआ विस्फोट, 70 से अधिक लोगों की मौत

राजनीतिक जानकारों की मानें तो पीएम मोदी साल 2019 में लोकसभा चुनाव में वापसी को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थे, इसीलिए उनकी टीम ने  चुनाव से पहले ही मिशन कश्मीर पर काम करना शुरू कर दिया था, लेकिन इस मिशन पर असली काम शुरू किया गया जून 2019 की दूसरे हफ्ते में। मोदी 2.0 सरकार में गृह मंत्री पद का जिम्मा संभालते ही अमित शाह कश्मीर के दौरे पर गए, इस दौरान उन्होंने वहां कई अधिकारियों से मुलाकात की।

अयोध्‍या में गूंज रहे मंत्र, शुरू हुआ मेहमानों का आगमन, पीएम मोदी का इंतजार

अमित शाह के इस दौरे के बाद आला अधिकारी इस मिशन को अंजाम देने के लिए जुट गए। कश्मीर में तैनात अधिकारियों और सुरक्षा बलों के साथ मिलकर इस मिशन को लेकर प्लान बनाया गया। किसी भी हालत में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों और कश्मीर घाटी में मौजूद उनके समर्थकों द्वारा कोई हिंसा न सके इसके लिए सभी पूरा सामंजस्य बैठाया गया। खुद एनएसए अजित डोभाल 23 और 24 जुलाई को श्रीनगर गए। फैसले से पहले कश्मीर घाटी में पर्याप्त सुरक्षा बल भेजे गए। फैसला लेने से ठीक पहले 4 अगस्त की रात राज्य के डीजीपी दिलबाग सिंह को एहतियाती कदम उठाने को कहा गया। माहौल को जो भी नेता बिगाड़ सकता है, उसे नजरबंद किया गया, मोबाइल सेवाओं को बंद किया गया।

Tags: article 370jammu kashmirJammu KashmriKashmirKashmir newsOne Year after 370अमित शाह
Previous Post

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लेबनान धमाके को बताया ‘अटैक’

Next Post

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने शिलान्यास के मूहूर्त पर फिर उठाए सवाल

Desk

Desk

Related Posts

sleeping
Main Slider

पीने के अलावा इस काम भी आती हैं कॉफी, जानें इस्तेमाल करने के तरीके

12/11/2025
Ram Mandir
Main Slider

प्रधानमंत्री मोदी के हाथों होगा श्रीराम मंदिर के मुख्य शिखर पर ध्वजारोहण

11/11/2025
Savin Bansal
राजनीति

पति ने पत्नी व बेटी को आग लगाकर जान से मारने का किया प्रयास, डीएम दर्ज करवाई आनलाईन FIR

11/11/2025
Vande Bharat Train
उत्तर प्रदेश

वाराणसी से खजुराहो के लिए नई वंदे भारत ट्रेन पर्यटन उद्योग में नया अध्याय लिखने को तैयार

11/11/2025
CM Vishnudev Sai
राजनीति

गुजरात और छत्तीसगढ़ मिलकर विकसित भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे: सीएम

11/11/2025
Next Post
दिग्विजय सिंह

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने शिलान्यास के मूहूर्त पर फिर उठाए सवाल

यह भी पढ़ें

Sushil Kumar

हत्या के आरोपी ओलंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार को मिली जमानत

04/03/2025
UPTET

UPTET: दिसंबर की इस तारीख को हो सकती है परीक्षा

29/11/2021
Lumpy Virus

उप्र में एक करोड़ गोवंश को लगा लम्पी स्किन डिजीज का टीका

10/10/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version