उत्तर प्रदेश रविवार को झमाझम बारिश से उमस भरी गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन राज्य के कई जिलों में वज्रपात से 38 लोगों की वज्रपात से मौत हो गई, जबकि 23 से ज्यादा झुलस गए। सिर्फ प्रयागराज में ही 13 लोगों की जान चली गई, जबकि चार लोग झुलस गए। कौशांबी में चार और प्रतापगढ़ एक व्यक्ति की मौत हुई। कानपुर के आसपास 16 लोगों की मौत हो गई और 14 झुलस गए।
प्रयागराज और उसके आसपास के जिलों में रविवार को गरज तरज के साथ हुई बारिश के दौरान वज्रपात से 17 लोगों की वज्रपात से मौत हो गई, जबकि नौ अन्य झुलस गए। वज्रपात की सर्वाधिक घटनाएं यमुनापार क्षेत्र में हुईं। यहां कोरांव थाना क्षेत्र में तीन, बारा में तीन और करछना में एक व्यक्ति की जान गई। गंगापार के सोरांव तहसील में विभिन्न स्थानों पर छह लोग जान गवां बैठे। मृतकों में एक बालक, दो किशोर, तीन किशोरियां और तीन महिलाएं तथा अधेड़ व बुजुर्ग हैं।
प्रयागराज के एडीएम (वित्त एवं राजस्व) एमपी सिंह ने बताया कि वज्रपात से मरने वालों का विवरण और नुकसान की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। मृतक आश्रितों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। छह भैंस और पांच बकरा, बकरियों की भी मौत हुई। कौशांबी में वज्रपात से चायल तहसील क्षेत्र में दो लोगों ने जान गंवाई जबकि एक मौत मंझनपुर तहसील क्षेत्र में हुई। प्रतापगढ़ में वज्रपात से लालगंज तहसील क्षेत्र में धान की रोपाई कर रहे युवक की जान चली गई। यहां पांच अन्य झुलस गए। हालांकि उनकी हालत खतरे से बाहर है।
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कानपुर और आसपास के जिलों में रविवार को झमाझम बारिश ने उमस से राहत दिलाई। इस दौरान बिजली गिरने से जिलों में 16 लोगों की मौत हो गई और 14 झुलस गए। वहीं पांच मवेशी भी मर गए। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार मानसून सक्रिय हो चुका है। आने वाले तीन दिनों में तेज बारिश होने की संभावना है। कानपुर में करीब 30 मिमी बारिश दर्ज की गई। कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया और महोबा में बादल छाए रहे, हल्की बूंदाबांदी से तापमान में कमी आई है।उत्तर प्रदेश रविवार को झमाझम बारिश से उमस भरी गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन लोगों पर बिजली कहर बनकर गिरी। राज्य के कई जिलों में वज्रपात से 36 लोगों की वज्रपात से मौत हो गई, जबकि 23 से ज्यादा झुलस गए। सिर्फ प्रयागराज में ही 13 लोगों की जान चली गई, जबकि चार लोग झुलस गए। कौशांबी में चार और प्रतापगढ़ एक व्यक्ति की मौत हुई। कानपुर के आसपास 16 लोगों की मौत हो गई और 14 झुलस गए।
प्रयागराज और उसके आसपास के जिलों में रविवार को गरज तरज के साथ हुई बारिश के दौरान वज्रपात से 17 लोगों की वज्रपात से मौत हो गई, जबकि नौ अन्य झुलस गए। वज्रपात की सर्वाधिक घटनाएं यमुनापार क्षेत्र में हुईं। यहां कोरांव थाना क्षेत्र में तीन, बारा में तीन और करछना में एक व्यक्ति की जान गई। गंगापार के सोरांव तहसील में विभिन्न स्थानों पर छह लोग जान गवां बैठे। मृतकों में एक बालक, दो किशोर, तीन किशोरियां और तीन महिलाएं तथा अधेड़ व बुजुर्ग हैं।
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प्रयागराज के एडीएम (वित्त एवं राजस्व) एमपी सिंह ने बताया कि वज्रपात से मरने वालों का विवरण और नुकसान की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। मृतक आश्रितों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। छह भैंस और पांच बकरा, बकरियों की भी मौत हुई। कौशांबी में वज्रपात से चायल तहसील क्षेत्र में दो लोगों ने जान गंवाई जबकि एक मौत मंझनपुर तहसील क्षेत्र में हुई। प्रतापगढ़ में वज्रपात से लालगंज तहसील क्षेत्र में धान की रोपाई कर रहे युवक की जान चली गई। यहां पांच अन्य झुलस गए। हालांकि उनकी हालत खतरे से बाहर है।
कानपुर और आसपास के जिलों में रविवार को झमाझम बारिश ने उमस से राहत दिलाई। इस दौरान बिजली गिरने से जिलों में 16 लोगों की मौत हो गई और 14 झुलस गए। वहीं पांच मवेशी भी मर गए। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार मानसून सक्रिय हो चुका है। आने वाले तीन दिनों में तेज बारिश होने की संभावना है। कानपुर में करीब 30 मिमी बारिश दर्ज की गई। कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया और महोबा में बादल छाए रहे, हल्की बूंदाबांदी से तापमान में कमी आई है।
बिजली गिरने से फतेहपुर में तीन महिलाओं सहित पांच, कानपुर देहात में महिला सहित पांच, हमीरपुर में महिला और एक वृद्ध किसान, उन्नाव में चचेरे भाई-बहन, घाटमपुर में एक युवक और बांदा में एक युवती की मौत हो गई। फर्रुखाबाद में वज्रपात से नौ और फतेहपुर में पांच ग्रामीण झुलस गए। कानपुर देहात के घाटमपुर में 34 बकरियों समेत 39 मवेशियों की मौत हो गई। उरई के महेवा में तीन और चित्रकूट दो भैंसों ने दम तोड़ दिया। वहीं जालौन के देवकली में एक घर क्षतिग्रस्त हो गया, कई गांवों में बिजली से चलने वाले उपकरण फुंक गए।
बिजली गिरने से फतेहपुर में तीन महिलाओं सहित पांच, कानपुर देहात में महिला सहित पांच, हमीरपुर में महिला और एक वृद्ध किसान, उन्नाव में चचेरे भाई-बहन, घाटमपुर में एक युवक और बांदा में एक युवती की मौत हो गई। फर्रुखाबाद में वज्रपात से नौ और फतेहपुर में पांच ग्रामीण झुलस गए। कानपुर देहात के घाटमपुर में 34 बकरियों समेत 39 मवेशियों की मौत हो गई। उरई के महेवा में तीन और चित्रकूट दो भैंसों ने दम तोड़ दिया। वहीं जालौन के देवकली में एक घर क्षतिग्रस्त हो गया, कई गांवों में बिजली से चलने वाले उपकरण फुंक गए।