हिन्दू कलेंडर के मुताबिक नवरात्रि शुरू हो चुके हैं। कुछ लोग माता को खुश रखने के लिए पूरे नौ दिन तक व्रत रखते हैं। जिसकी वजह से वो पूरे नौ दिन तक अन्न ग्रहण न करके केवल फलाहार ही करते हैं। ऐसे में लगातार 9 दिनों तक अगर खाने में बदलाव करके न खाया जाए तो काफी बोरियत और ऊब पैदा हो सकती है और मन बार बार खाने के बारे में ही सोचने लगेगा। तो क्यों न नवरात्रि के हर दिन आप कुछ न कुछ नया बनाएं और खाएं। इस बार ट्राई करें कद्दू की बर्फी. इसे घर पर बनाना बहुत ही आसान है और ये खाने में बहुत ही टेस्टी होती है। आइए आपको बताते हैं इसकी रेसिपी के बारे में।
कद्दू की बर्फी बनाने के लिए सामग्री
कद्दू (सीताफल)- 1 किलोग्राम
देसी घी- 4 टेबल स्पून
चीनी- 250 ग्राम
खोया (मावा)- 250 ग्राम
बादाम- 12 (कटे हुए)
काजू- 12 (कटे हुए)
इलाइची- 6 (कुटी हुई)
पिस्ते- एक टेबल स्पून (बारीक कटे हुए
कद्दू की बर्फी बनाने की विधि
सबसे पहले कद्दू की बर्फी बनाने के लिए कद्दू को धोकर छील लें और इसके बीज निकाल लें। अब कद्दू को कद्दूकस कर लें। एक कढ़ाई में घी गर्म करके इसमें कसा हुआ कद्दू डालें। ढक्कन से इसे ढककर मध्यम आंच पर पकने दें. थोड़ी देर बाद इसे चलाकर फिर से ढक दें जब तक कि कद्दू नरम न हो जाएं.
इसके बाद कद्दू में पिसी हुई चीनी डालकर चलाते हुए पकाएं। थोड़ी देर बाद आप देखेंगे कि कद्दू में से काफी मात्रा में पानी आ रहा है।
ऐसे में चम्मच से कद्दू को चलाते हुए पकाएं और इस बात का ख्याल रखें कि ये कढ़ाई के तली में लगे नहीं। इसे तब तक चलाते हुए पकाते रहें जब तक कि कद्दू का पानी एकदम सूख न जाए।
अब इसमें बाकी का घी डालकर अच्छे से चलाते हुए भूनें। इसके बाद इसमें खोया (मावा) और कटे हुए ड्राई फ्रूट्स डालकर चलाते हुए तब तक पकाएं जब तक कि ये इतना गाढ़ा न हो जाए कि जमने लगे। यह पक गया है या नहीं यह चेक करने के लिए इसे उंगलियों पर लगाकर चिपकाइए अगर इसमें तार जैसे बनते दिखाई देते हैं तो समझ लें कि ये जमने लायक हो गया है।
इसमें इलायची पाउडर मिलाकर आंच बंद कर दें। अब एक बड़ी प्लेट में घी लगा लें और उसमें कढ़ाई में तैयार मिश्रण पलट लें। थोड़ी देर तक इसे ठंडा होने दें ताकि यह जम जाए। इसके बाद चाकू से इसे मनचाहे आकर में काट लें।
लीजिए तैयार है आपकी कद्दू की बर्फी. व्रत में खुद खाएं और मेहमानों को भी खिलाएं।