हिन्दू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी (Durga Ashtami) का पर्व हर महीने बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है. यह पर्व जगत की देवी मां दुर्गा को समर्पित होता है. इस दिन मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा की जाती है. साथ ही मां दुर्गा के निमित्त व्रत रखा जाता है. इस व्रत के पुण्य-प्रताप से भक्तों की हर इच्छा पूरी होती है. साथ ही जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलता है और खुशियों का आगमन होता है. इस बार सावन माह की अष्टमी तिथि पर ब्रह्म और इंद्र योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन रवि योग का भी संयोग बना है. साथ ही बव, बालव और कौलव करण योग भी बन रहे हैं. इन योग में मां दुर्गा की पूजा करने से हर मनोकामना अवश्य ही पूर्ण होती है.
पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 12 अगस्त दिन सोमवार को सुबह 07 बजकर 56 मिनट पर शुरू होगी. वहीं, अष्टमी तिथि का समापन 13 अगस्त दिन मंगलवार को सुबह 09 बजकर 31 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार, मासिक दुर्गाष्टमी (Durga Ashtami) का पर्व 13 अगस्त को ही मनाया जाएगा.
मासिक दुर्गाष्टमी (Durga Ashtami) व्रत की पूजा विधि
– मासिक दुर्गाष्टमी (Durga Ashtami) के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि करके शुद्ध कपड़े धारण करें.
– पूरे घर और मंदिर में गंगाजल का छिड़काव करके उसे शुद्ध करें
– मंदिर में माता दुर्गा को फोटो या मूर्ति को स्थापित करें और व्रत का संकल्प लें.
– मां का रोली या हल्दी से तिलक करें. साथ ही उन्हें माला, फूल, फल और श्रृंगार के पांच सामान अर्पित करें.
– इसी के साथ माता को पूरी, चने और हलवे का भोग लगाएं और इस दौरान मां दुर्गा सप्तशती का पाठ करें.
– अंत में माता दुर्गा के सामने घी का दीपक जलाएं और आरती करें.
देवी पूजन मंत्र
1. ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
2. या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
माता दुर्गा को प्रसन्न करने के उपाय
– मां दुर्गा का लाल रंग अति प्रिय है. इसलिए मासिक दुर्गाष्टमी के दिन लाल रंग के कपड़े पहनें. इससे आपको मां की विशेष कृपा प्राप्त होगी.
मासिक दुर्गाष्टमी के दिन माता दुर्गा को बर्फी, पूरी, चने और हलवे का भोग लगाना शुभ होता है, इससे मां प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों की सभी इच्छाओं को पूरा करती हैं.
– दुर्गाष्टमी (Durga Ashtami) के दिन मां दुर्गा को एक चांदी का सिक्का जरूर अर्पित करें. व्रत का पारण करने के बाद उस सिक्के को घर की तिजोरी में छुपाकर रख दें. इस उपाय को करने से आपको व आपके परिवारवालों को माता दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होगी, जिससे आर्थिक तंगी धीरे-धीरे दूर होने लगेगी.
माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मिट्टी से बना घर खरीदकर घर लाएं. इससे घर में सुख-शांति, समृद्धि, धन-धान्य और खुशहाली का वास होगा.
मां दुर्गाष्टमी (Durga Ashtami) का महत्व
मासिक दुर्गा अष्टमी (Durga Ashtami) के दिन व्रत रखने और मां की उपासना करने से सभी भक्तों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है. भगवती दुर्गा को उबाले हुए चने, हलवा-पूरी, खीर,पुए आदि का भोग लगाया जाता है फिर देवी दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर की मंत्रों से विधि-पूर्वक पूजन करने से समस्त कष्टों से छुटकारा मिलता है. इस दिन पूरी श्रद्धा के साथ जो भी भक्त मां दुर्गा की आराधना करता है, देवी मां की कृपा से उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.