लखनऊ। यूपी में महिलाओं व युवतियों के साथ हो रही बलात्कार होना आम बात हो चुकी है। प्रदेश में ऐसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। हाथरस के बाद बलरामपुर में दलित छात्रा के साथ दरिंदों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी हैं।
छात्रा से गैंगरेप के बाद उसकी कमर और पैर तोड़ दिए गए। घायल हालत में घर पहुंची पीड़िता की अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई। यूपी की इन दो दिल दहलाने देने वाली घटनाओं के बाद मायावती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है। मायावती ने केंद्र से मांग की है कि सीएम योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटकर वापस उनके मठ में भेजें।
2. अगर माननीय सुप्रीम कोर्ट इस संगीन प्रकरण का स्वयं ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो यह बेहतर होगा, वरना इस जघन्य मामले में यूपी सरकार व पुलिस के रवैये से ऐसा कतई नहीं लगता है कि गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद भी उसके परिवार को न्याय व दोषियों को कड़ी सजा मिल पाएगी। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) September 30, 2020
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बसपा सुप्रीम मायावती ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हाथरस की घटना के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद यूपी सरकार कुछ हरकत में आएगी। यूपी के मनचले लोग जो बहन-बेटियों का उत्पीड़न कर रहे हैं, उन पर अंकुश लगाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ। आज सुबह मैंने बलरामपुर की एक घटना न्यूज़ में देखी जिसने मुझे झकझोर कर रख दिया।
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजक तत्वों का राज चल रहा है। यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है। खासकर इस सरकार में यहां की बहन-बेटियां बिलकुल सुरक्षित नहीं है।
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मायावती ने कहा कि आरएसएस के दबाव में बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री तो बना दिया, लेकिन अब उनसे प्रदेश नहीं संभल रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि सीएम योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जाए। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में गुंडों और बलात्कारियों का राज है। प्रदेश में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। केंद्र सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे और योगी आदित्यनाथ को वापस मठ में भेजें।