कानपुर। जिले में जूही में एक 14 साल के किशोर (minor) ने पड़ोस में रहने वाली छह साल की बच्ची को चॉकलेट और टॉफी दिलाने के बहाने अपने साथ ले गया। उसके मुंह में कपड़ा ठूंस कर दुष्कर्म (Rape) का प्रयास किया। बच्ची के चिल्लाने पर उसे बदहवास हालत में छोड़ दिया। पीड़ित परिवार ने इसका विरोध किया तो आरोपी के माता-पिता और परिवार के लोगों ने धमकी दी और मारपीट पर उतारू हो गए। पुलिस ने मामले में आरोपी नाबालिग समेत चार लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर (FIR) दर्ज की है। इसके साथ ही आरोपी को गिरफ्तार (arrested) कर लिया है।
जूही थानाक्षेत्र में रहने वाले युवक ने बताया कि उनकी छह साल की बेटी को पड़ोस में रहने वाला 14 साल का किशोर टॉफी व चॉकलेट दिलाने के बहाने अपने साथ ले गया। घर में ले जाकर उसके कपड़े उतार दिए और रेप का प्रयास किया। चीखने पर मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। बच्ची की हालत बिगड़ने पर उसे छोड़ दिया तो वह घर पहुंची और मां से आपबीती बताई। बच्ची के साथ हैवानियत की बात सुनकर दंपति के पैरों तले जमीन खिसक गई।
नाबालिग बालिका के साथ खेत में दुष्कर्म
वह पड़ोसी से इसकी शिकायत करने पहुंचे तो मारपीट पर उतारू हो गए। इतना ही नहीं जातिसूचक गालियां भी दीं। कहा कि अब दोबारा इधर आए तो ठीक नहीं होगा। पीड़ित परिवार ने जूही थाने में मामले की शिकायत की, लेकिन थानेदार ने सुनवाई नहीं की। इसके बाद पीड़ित परिवार ने एसीपी आलोक सिंह और एडीसीपी मनीष सोनकर से मामले की शिकायत की।
दुष्कर्म के बाद नाबालिग हुई गर्भवती, आरोपी फरार
एसीपी बाबूपुरवा आलोक सिंह की फटकार के बाद जूही थाने की पुलिस ने मामले में रेप, पाक्सो, एससीएसटी एक्ट समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। इसके साथ ही गुरुवार को आरोपी को हिरासत में लिया है। एडीसीपी मनीष सोनकर ने बताया कि आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया है। जुवेनाइल कोर्ट में पेश करने के बाद उसे बाल संप्रेक्षण गृह भेजा जाएगा।
दरोगा की बेटी से मकान मालिक ने की दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार
छह साल की बच्ची को 14 साल के किशोर ने टॉफी-चॉकलेट दिलाने के बहाने पहले घर से ठाकर ले गया। इसके बाद अपने घर में उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। इस दौरान शरीर पर कई जगह काट भी लिया। 14 साल के बच्चे की 6 साल की बच्ची के साथ इस तरह दरिंदगी देख अफसर भी दंग हैं। पुलिस अफसरों का कहना है कि आरोपी की मनोचिकित्सक से काउंसिलिंग भी कराई जाएगी। इससे उसकी मानसिक स्थिति का आंकलन किया जा सके।