जयपुर। राजस्थान में पहली बार आयोजित राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 ने राज्य को वैश्विक निवेश का केंद्र बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल की है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajan Lal) ने उद्घाटन सत्र में जानकारी दी कि समिट से पहले ही ₹35 लाख करोड़ के एमओयू संपादित हो चुके हैं। यह निवेशकों के राजस्थान की सरकार और यहां की नीतियों पर विश्वास का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री शर्मा (CM Bhajan Lal) ने कहा कि हमारी सरकार ने पहले वर्ष में ही समिट का आयोजन किया ताकि निवेश प्रस्तावों को समयबद्ध तरीके से धरातल पर उतारा जा सके। यह समिट राजस्थान के विकास और निवेश के नए अवसरों को साकार करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।”
प्रधानमंत्री मोदी ‘विकसित भारत के शिल्पकार’
मुख्यमंत्री शर्मा (CM Bhajan Lal) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को समिट में भाग लेने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, “यह राजस्थान के लिए गौरव का दिन है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है।”
राजस्थान के विकास के लिए ठोस कदम:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajan Lal) ने बताया कि राज्य सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के क्षेत्र में सुधार और 10 नई नीतियां लागू कर निवेश को प्रोत्साहित किया है। इसके अलावा:पूंजीगत व्यय में 65% की वृद्धि की गई है।9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना बनाई गई है।अक्षय ऊर्जा उत्पादन को 30 गीगावाट से 125 गीगावाट तक बढ़ाने के लिए प्रयास हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने (CM Bhajan Lal) पांच वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य भी घोषित किया।
उद्योगपतियों की भागीदारी और प्रतिबद्धताएं:
वेदांता समूह के संस्थापक अनिल अग्रवाल ने कहा, “राजस्थान में प्राकृतिक संसाधनों की समृद्धि विकास की अपार संभावनाएं देती है। हमारा लक्ष्य 5 लाख लोगों को रोजगार और राजस्व में तीन गुना वृद्धि करना है।”
अडानी समूह के एमडी करण अडानी ने राजस्थान में ₹7.5 लाख करोड़ के निवेश की घोषणा की। उन्होंने बताया कि राजस्थान में गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या 23% से घटकर 11% हो गई है।
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमारमंगलम बिड़ला ने राजस्थान में अपने समूह की मजबूत उपस्थिति की चर्चा की। उन्होंने मिनरल, इंफ्रास्ट्रक्चर, टूरिज्म और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने का भरोसा दिया।
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने राजस्थान की नवाचार परंपरा की सराहना करते हुए जयपुर में महिंद्रा वर्ल्ड सिटी जैसी परियोजनाओं का उदाहरण दिया।