उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विद्यार्थियों से नकारात्मकता से दूर रहने की नसीहत देते हुये कहा कि जीवन मे सफलता पाने के लिये मेहनत करनी पड़ती है। नकारात्मकता किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता।
गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का संस्थापक सप्ताह समारोह को संबोधित करते हुये श्री योगी ने शुक्रवार को कहा कि जीवन मे सफलता पाने के लिये मेहनत करनी पड़ती है। नकारात्मकता किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। नकारत्मकता से व्यक्ति कभी जीवन के उच्च शिखर पर नहीं पहुंच सकता। मेहनत के साथ एक टीम वर्क के रूप मे कार्य करने एवं सबको साथ लेकर चलने से जीवन में सफलता प्राप्त होती है।
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उन्होने कहा कि देश ने अनेक उपलब्धियां हासिल कीं। हमारी सेनाएं देश की सीमाओं की रक्षा पूरी मजबूती के साथ कर रही है। पग-पग पर भारत की सशस्त्र सेनाएं, जिस मजबूती के साथ भारत के गौरव को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही हैं, वो अभिनंदनीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को लम्बे समय के बाद एक नई शिक्षा नीति ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ के रूप में मिली है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 ज्ञान के सैद्धान्तिक पक्ष के साथ-साथ व्यावहारिक जीवन में ज्ञान के महत्व को भी ध्यान में रखकर बनायी गई है।
उन्होने कहा “ हमने पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफलाइटिस जैसी महामारी से एक बड़ी लड़ाई लड़ी। इंसेफलाइटिस के खिलाफ उत्तर प्रदेश ने लड़ाई में सफलता प्राप्त की। पिछले 03 वर्षों के दौरान प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन, स्वच्छता के प्रति जागरूकता, शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के साथ जन समुदाय को उसके साथ जोड़ने का परिणाम रहा कि इंसेफलाइटिस से मृत्यु पर काबू करने में प्रदेश सरकार को 95 फीसदी सफलता प्राप्त हुई।”
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इस अवसर पर चीफ आफ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि देश निर्माण में भी ब्रह्मलीन महन्त दिग्विजयनाथ एव ब्रह्मलीन महन्त अवेद्यनाथ ने मुख्य सूत्रधार के रूप में काम किया तथा गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्थापना में भी अहम योगदान दिया।
जनरल रावत ने कहा कि शिक्षा जीवन के जीने की राह प्रदान करती है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा विभिन्न प्रकार की संस्थाएं चलायी जा रही है। आज से तकरीबन 45 वर्ष पूर्व टेक्नोलाॅजी एवं संसाधन नहीं थे, हमारे पास कम्प्यूटर नहीं थे, इण्टरनेट नहीं था। मुझे इस कार्यक्रम में शामिल होकर यह बड़े गर्व के साथ कहने का अवसर मिला है कि भारतीय संस्कृति के अनुसार आपका शिक्षण हो रहा है।
उन्होने कहा “ हमारा देश नवभारत के रूप में उभर कर सामने आने वाला है। हमारे जीवन में तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है। आर्थिक गतिविधियों, शिक्षा प्रणाली, सामाजिक उन्नति को देखते हुए देश का भविष्य एक उज्ज्वल भविष्य के रूप में उभर कर आने वाला है। जो विद्यार्थी आज हमारे सामने बैठे हैं, वे हमारे देश का भविष्य है।”