मथुरा। मथुरा पुलिस ने लाल चंदन (Red Sandalwood) की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का मंगलवार दोपहर बाद पुलिस लाइन सभागार में पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के सात तस्करों को गिरफ्तार (Arrested) किया है। इनके कब्जे से करीब एक करोड़ रुपये की लाल चंदन की लकड़ी बरामद हुई है। लाल चंदन की लकड़ी आंध्र प्रदेश से तस्करी कर लाई गई थी। मथुरा-वृंदावन व अन्य शहरों में सप्लाई करना था। इससे पहले ही एसटीएफ, वन विभाग और थाना हाईवे पुलिस उन्हें दबोच लिया।
मंगलवार शाम एसएसपी शैलेष कुमार पांडेय ने बताया कि आंध्र प्रदेश से तस्करी करके इनोवा और होंडा सिटी कार में लाई जा रही लाल चंदन की लकड़ी राधा गुलमोहर सिटी के पास से पकड़ी गई है। बरामद 563 किग्रा लकड़ी के साथ दीपक उर्फ दलवीर कुशवाह निवासी गांव कौछोड़ मऊआखेड़ा, क्वार्सी (अलीगढ़), अजीत कुमार यादव निवासी महाविद्या कॉलोनी मसानी गोविंदनगर, सुमित उर्फ राम निवासी कीकी नगला जैंत, चंद्रप्रताप उर्फ बब्बू निवासी कसूनी, पहासू (बुलंदशहर), सरगना सुमित दास उर्फ संजू निवासी छोटे कपसी पीसी 7 जनपद कांकेर छत्तीसगढ़, जितेंद्र उर्फ जीतू यादव निवासी 60बी द्वारिकापुरी, रंजीत निवासी खानखेड़ा बयाना भरतपुर (राजस्थान) तस्कर दबोचे गए हैं। तस्कर इसे वृंदावन और मथुरा समेत धार्मिक स्थलों पर सप्लाई करने वाले थे।
एसएसपी शैलेष कुमार पांडेय ने बताया कि फरार आरोपित कान्हा निवासी डीगगेट मंडी रामदास गोविंदनगर, स्वर्ण सिंह फौजी, राणा निवासी दिल्ली और सतीश शर्मा की तलाश में दबिश दी जा रही हैं। आंध्र प्रदेश से अवैध तरीके से लाल चंदन की लकड़ी मंगाकर ऊंचे दामों में बेचने के लिए यह तस्करी करके लाई गई थी।
एसएसपी ने बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड सुमित दास है। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि इस काम में मुनाफा ज्यादा होने की लालच में आकर वो तस्करी करने लगा। छत्तीसगढ़ के कांकोर का रहने वाला सुमित दास उर्फ संजू एमबीए पास आउट है। उसके पिता बिजनेसमैन है। एमबीए करने के बाद जब वह नौकरी की तलाश में निकला, तो कोई अच्छी नौकरी नहीं मिली। पिछले साल फिल्म ’पुष्पा’ रिलीज हुई। दोस्तों के साथ वह मूवी देखने गया। तभी उसे आइडिया आया कि अगर कम समय में करोड़पति बनना है तो इससे अच्छा काम कोई दूसरा नहीं है। इसके बाद उसने आंध्र प्रदेश में लाल देने वाले का कनेक्शन ढूंढा। वहां से वह लाल चंदन उठाकर मथुरा-वृंदावन और उसके आसपास के अन्य धार्मिक जगहों पर सप्लाई करने लगा। एसएसपी ने तस्करों को पकड़ने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये के इनाम से पुरस्कृत भी किया है।