लखनऊ। प्रदेश सरकार के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) ने कहा कि विपक्ष चर्चा की बजाय हंगामा कर सदन की कार्यवाही और प्रदेश के विकास में रोड़ा अटका रहा है जबकि सरकार चर्चा और परिचर्चा के लिए तैयार है। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) साफ कर चुके हैं कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष की राजनीति शायद हंगामे तक सीमित हो चुकी है । यह साबित करता है कि उसे जनता और प्रदेश के विकास से कोई लेना देना नहींं है।
विधानसभा सत्र के पहले दिन के हंगामे को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए वित्त मंत्री खन्ना (Suresh Khanna) ने कहा कि योगी सरकार (Yogi Government) प्रदेश के विकास, गरीबों, किसानों, नौजवानों और आधी आबादी के हितों के लिए प्रतिबद्ध है । योगी सरकार के पांच सालों के कामकाज के आधार पर ही जनता ने प्रचंड जनादेश देकर दोबारा भाजपा की सरकार बनायी है।
योगी सरकार 2.0 (Yogi 2.0) आगे भी प्रदेश की तरक्की और हर वर्ग और तबके की खुशहाली के लिए बिना किसी भेदभाव के काम करने को संकल्पित है । इसलिए जनहित और विकास के मुद्दे पर सरकार सदन में स्वस्थ चर्चा और परिचर्चा के लिए तैयार है । सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी जी ने कल सरकार की मंशा से अवगत भी करा दिया था।
कोई भी ऐसा आचरण न हो, जो सदस्यों और सदन की गरिमा के विरुद्ध हो : सीएम योगी
सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण से पहले भी मुख्यमंत्री ने विपक्ष से यही अपील भी की लेकिन शायद विपक्ष केवल हंगामे के हथियार को अपनी राजनीति का हिस्सा मान चुका है। यह न तो स्वस्थ लोकतंत्र और न ही जनहित में है ।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष-विपक्ष की भूमिका महत्वपूर्ण है । लिहाजा केवल विरोध के लिए विरोध की बजाय विपक्ष को सदन में अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करना चाहिए।