नई दिल्ली। किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार के बीच गतिरोध जारी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा विपक्ष पर ‘झूठ फैलाने’ का आरोप लगाने के बाद उन पर निशाना साधा है।
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एक बयान में चिदंबरम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक बार फिर विपक्ष पर ‘झूठ फैलाने’ का आरोप लगाया है। यहां तीन तथाकथित झूठ हैं जिन पर शायद वह टिप्पणी करना चाहे- किसानों के विरोध का समन्वय करने वाली एआईकेएससीसी ने कहा है कि किसान 900 रुपये प्रति क्विंटल पर धान बेच रहे हैं, हालांकि एमएसपी 1,870 रुपये प्रति क्विंटल है। क्या यह झूठ है?
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उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की एक अदालत ने तब्लीगी जमात के सदस्यों को बरी करते हुए कहा है कि यह संभावना है कि आरोपियों को एमएचए के निर्देशों पर दुर्भावनापूर्वक मुकदमा चलाने के लिए उठाया गया था। क्या यह झूठ है? सीबीआई और उप्र पुलिस के बीच हाथरस पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के लिए जिन पर आरोप लगाए गए उन्हें लेकर अंर्तविरोध है। क्या यह झूठ है?
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पूर्व केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी मोदी के उस दावे के जवाब में आई है जो उन्होंने विपक्ष पर लगाया था कि वे प्रदर्शनकारी किसानों को भड़का रहे हैं और कहा था कि प्रतिद्वंद्वी दल सरकार पर हमला करने के लिए किसानों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ‘किसान महासम्मेलन’ को संबोधित करते हुए, मोदी ने कहा था, “मैं सभी राजनीतिक दलों को बताना चाहता हूं कि वे राजनीतिक श्रेय ले सकते हैं, मुझे श्रेय नहीं चाहिए। मैं केवल यह चाहता हूं कि भारतीय किसानों का जीवन आसान हो, उनकी समृद्धि और खेती में आधुनिकता आए। उन्हें गुमराह करना और भ्रमित करना बंद करो।
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किसी भी पार्टी का नाम लिए बिना विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि उन्होंने महसूस किया है कि उनकी सरकार द्वारा कृषि कानूनों में किए गए सुधारों से उन्हें पीड़ा हुई है कि मोदी ने वो कर दिया जो वे कई सालों में नहीं कर पाए थे।