फिल्ममेकर जेपी दत्ता बॉलीवुड में ‘बॉर्डर’, ‘रिफ्यूजी’, ‘एलओसी कारगिल’ जैसी तमाम देशभक्ति फिल्मों के लिए जाने जाते हैं. जेपी की फिल्म ‘बॉर्डर’ को अभी भी हिंदी सिनेमा की बेहतरीन मूवी में से एक कहा जाता है. लेकिन क्या आपको पता है? इस फिल्म के रिलीज होने के बाद से ही उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं. जिसको ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. ‘बॉर्डर’ के बाद जेपी दत्ता ‘एलओसी कारगिल’ पर फिल्म बनाना चाह रहे थे, जसे लेकर उन्हें तमाम खतरों का सामना करना पड़ा.
एक इंटरव्यू में जेपी दत्ता ने बताया था कि, बॉर्डर फिल्म रिलीज होने के बाद से ही दो बॉडीगार्ड 24 घंटे साए की तरह उनके साथ रहने लगे. चार महीने तक उन्हें कहीं अकेले जाने की अनुमती नहीं थी, उन्हें लगातार धमकियाँ मिल रही थीं. उस दौरान भी जेपी एक और देशभक्ति फिल्म बनाने की सोच रहे थे. इंडिया टुडे के रिपोर्ट के मुताबिक, बॉर्डर से प्रभावित सेना के एक ब्रिगेडियर ने जेपी दत्ता से मुलाकात की और उनसे रिक्वेस्ट किया कि वह कारगिल युद्ध पर भी एक फिल्म बनाएं.
उस वक्त जेपी दत्ता को कथित तौर पर पाकिस्तान से युद्ध पर फिल्म बनाने के लिए धमकी मिल रही थी. इसके बावजूद जेपी दत्ता ने कहा कि वो फिल्म बनाएंगे. आपको बता दें, जेपी दत्ता का परिवार उन्हें एक और फिल्म बनाने के सख्त खिलाफ था. दत्ता ने अपने फैमिली से कहा, ‘मैंने अपने परिवार को समझाते हुए कहा कि हम सभी को किसी न किसी तरह से मरना है. अगर एक सैनिक वहां खड़ा हो सकता है और मेरे लिए मर सकता है, तो मैं उसके लिए क्यों नहीं मर सकता? मैं इन धमकियों से डरने वाला नहीं हूं.’
दत्ता ने आगे कहा कि एलओसी कारगिल के बाद धमकियां मिलनी बंद हो गईं. 1999 के कारगिल युद्ध की घटनाओं को दर्शाने वाली इस फिल्म में अजय देवगन, संजय दत्त, अभिषेक बच्चन, सुनील शेट्टी, सैफ अली खान, मनोज वाजपेयी, अक्षय खन्ना, करीना कपूर, रानी मुखर्जी, रवीना टंडन और ईशा देओल जैसे तमाम सितारों ने काम किया और फिल्म सफल रही.