नई दिल्ली. ईरान में फंसे 5 भारतीयों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक वीडियो मैसेज भेजकर हाथ जोड़कर विनती की है कि हमारी वतन वापसी करा दीजिये। उन लोगों का आरोप है कि झूठे केस में फंसाकर उन्हें 400 दिन जेल में रखा गया।
बता दें कि मुंबई के 28 वर्षीय अंकित येनपुरे, 26 वर्षीय एम वर्लीकर), पटना के 21 वर्षीय प्रणव तिवारी, दिल्ली के नवीन सिंह और चेन्नई के 31 वर्षीय तमीह सेल्वन मर्चेंट नेवी जॉइन करने के लिए 2019 में ईरान गए थे। फरवरी 2020 में जब ये ओमान से जहाज में रवाना हुए तो अनजाने में समुद्री ड्रग्स रैकेट में फंस गए। इसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
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अंकित ने वीडियो मैसेज में बताया
ये वीडियो हम हमारी वतन वापसी के लिए बना रहे हैं। ये वीडियो ईरान के चाबहार से बनाया जा रहा है, जहां हिंदुस्तान ने 200 मिलियन डॉलर का पोर्ट प्रोजेक्ट किया था। यहां पर हम पिछले 400 दिन से फंसे हैं। हम लोगों को एक झूठे केस में फंसाया गया था। हमारे एजेंट की वजह से हम इस झूठे केस में फंस गए। निर्दोष होने के बावजूद हम 400 दिन जेल में कैद थे। 9 मार्च 2021 को हम लोगों को रिहा कर दिया गया। हम करप्ट नहीं थे, न हमने कोई गलत काम किया। यहां पर भी अपने हिंदुस्तान का नाम बरकरार रखा।’
अंकित ने प्रधानमंत्री से कहा है, ‘रिहा करने के बाद भी ईरानी अधिकारियों ने हमें पासपोर्ट नहीं दिए और न ही कोई आइडेंटिफिकेशन डॉक्युमेंट दिए। हम लोगों की हालत जानवरों की तरह हो गई है। हम गलियों की ठोकर खा रहे हैं। हमारे पास पैसे भी नहीं हैं। कम्युनिकेशन के लिए हमने लोगों से मदद मांगी, तब जाकर मिली। हम सबकी जान को खतरा है। हमारे साथ कुछ भी हो सकता है।’
वीडियो मैसेज से भारतीयों ने प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर अपील की है कि उनकी वतन वापसी कराई जाए। मोदी जी प्लीज आप ईरान सरकार से संपर्क करके या तेहरान स्थित इंडियन एंबेसी को बोलकर हमारी वतन वापसी करवा दीजिए। जय हिंद, धन्यवाद।
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परिजन पीएम और विदेश मंत्रालय को लिख चुके हैं खत
इन सभी के परिवारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय को खत लिखा है, लेकिन अब तक कोई मदद नहीं मिल सकी है। अंकित के पिता ने कहा कि इन बच्चों के सपने तबाह हो गए, इन्हें जेल में रखा गया। उन्हें भारत में परिवारों से दूर रखा गया है।