प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी केन्द्र सरकार की निजीकरण नीति का विरोध हर स्तर पर करेगी।
डा राममनोहर लोहिया पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित करते हुये श्री यादव ने कहा कि केंद्र सरकार की एकांगी निजीकरण लोहिया व गांधी की सोच के विरुद्ध है। इससे आर्थिक विषमता व बेरोजगारी बढ़ेगी। देश की अर्थव्यवस्था पर जितना अधिकार पूँजीशाही का है उतना ही अधिकार किसानों व छोटे व्यवसायिओं का है, ऐसे में कुछ अरबपतियों को ही ध्यान में रख कर नियम बनाना गलत है । प्रसपा निजीकरण और उन सभी कार्यों का विरोध करेगी जो आम जन के समावेशी हितों के प्रतिकूल हैं ।
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उन्होने कहा कि लोहिया 1942 की क्रांति व गोवा मुक्ति संग्राम के नायक थे। उन्होंने गांधी के अभियानों को पूर्ण प्रतिबद्धता से आगे बढ़ाया । लोहिया ने चीन के विरुद्ध तिब्बत का साथ दिया । लोहिया ने जिन कारणों से गैर-कांग्रेसवाद का नारा दिया था, वे कारण आज और भी अधिक त्रासद व भयावह रूप में विद्यमान हैं। फर्क इतना है कि उस समय कांग्रेस सत्तासीन थी, इस समय भाजपा है । लोहिया होते तो आज गैर- भाजपावाद मुहिम चलाते। अब यह मुहिम लोहिया से प्रेरणा लेकर प्रसपा करेगी ।
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श्री यादव ने कहा कि अंग्रेजी के अच्छे जानकार होने के बावजूद लोहिया ने हिंदी व भारतीय भाषाओं में शासनतंत्र चलाने की खुली वकालत की थी । पूर्व मंत्री शारदाप्रताप शुक्ला ने लोहिया के हिंदी आंदोलन व विकेंद्रीकरण के पक्ष में आवाज उठाया ।