लखनऊ। प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय के छात्र हिन्दी व अंग्रेजी के साथ साथ फर्राटे से संस्कृत भाषा भी बोल सकेंगे। मुख्यमंत्री के संस्कृत भाषा के लगाव को देखते हुए हर विद्यालय में एक शिक्षक को संस्कृत भाषा का ज्ञान दिया जाएगा, ताकि वह बच्चों को कक्षा में संस्कृत भाषा पढ़ा सके। इसकी जिम्मेदारी यूपी संस्कृत संस्थान और राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद को दी गई है। डायट हर ब्लाक में दो शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार करेगा, जो अपने ब्लाक में संस्कृत भाषा पढ़ाने के लिए शिक्षकों को तैयार करेंगे। इसके लिए पहले चरण की ट्रेनिंग प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
प्रदेश की योगी सरकार संस्कृत भाषा को नई उंचाईयों तक पहुंचाने का काम कर रही है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर संस्कृत विद्यालयों के छात्रों को प्राचीन संस्कृत भाषा के साथ आधुनिक शिक्षा से जोड़ने का काम किया जा रहा है। संस्कृत स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई के साथ उनको कम्पयूटर की शिक्षा भी दी जा रही है।
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संस्कृत भाषा का दायरा बढ़ाने के लिए अब प्रदेश की योगी सरकार प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को भी संस्कृत का ज्ञान देने की तैयारी कर रही है। डायट की ओर से संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश के सभी जिलों के हर ब्लाक में दो मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे, जो दूसरे शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का काम करेंगे। यूपी संस्कृत संस्थान और राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को संस्कृत भाषा का प्रशिक्षण देने का काम भी कर रही है। डायट की ओर से आॅनलाइन गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा । संस्कृत भाषा के प्रसार के लिए इस अनूठी पहल की शुरुआत हो चुकी है।
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संस्थान के अध्यक्ष डॉ वाचस्पति मिश्र ने कहा की संस्कृत भाषा संस्कारों की शुरूआत प्राथमिक शिक्षा से होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 68 डायट केन्द्रों से शिक्षकों के लिए संस्कृत भाषा का प्रशिक्षण शिविर आयोजित कराए जाने की सहमति मिल चुकी है। पहले चरण में हर डायट से 100-100 शिक्षकों को संस्कृत सम्भाषण का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस तरह प्रदेश के करीब 6800 शिक्षक पूरे प्रशिक्षण के दौरान संस्कृत का ज्ञान हासिल करेंगे। 14 दिवसीय प्रशिक्षण के बाद शिक्षक छात्रों को कक्षा में बेहतर तरीके से संस्कृत भाषा का ज्ञान दे पाएंगे। डॉ वाचस्पति मिश्र ने बताया कि प्रदेश के 72 संस्कृत पाठशालाओं में छात्र-छात्राओं को पांच दिवसीय आॅनलाइन कम्प्यूटर से संस्कृत भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं, शेष संस्कृत पाठशालाओं में कम्प्यूटर लगाए जाने की तैयारी चल रही है।