नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस मामले में सीबीआई की ओर से आरोप पत्र दाखिल किए जाने को न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम करार दिया। शुक्रवार को कहा कि एक बार फिर सच की जीत हुई है। साथ ही प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं।
बता दें कि यूपी के हाथरस जिले में 19 वर्षीय एक दलित युवती से कथित सामूहिक बलात्कार एवं उसकी हत्या के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो(सीबीआई) ने चार आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को आरोपपत्र दाखिल किया। हाथरस में इस दलित युवती से चार व्यक्तियों ने 14 सितंबर को कथित तौर पर बलात्कार किया था। इलाज के दौरान 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई थी।
एक तरफ सरकार सरंक्षित अन्याय था।
दूसरी तरफ परिवार की न्याय की आस थी।पीड़िता का शव जबरदस्ती जला दिया गया। पीड़िता को बदनाम करने की कोशिशें हुईं। परिवार को धमकाया गया।
लेकिन अंततः सत्य की जीत हुई।
सत्यमेव जयते#HathrasCase pic.twitter.com/X4qD0BVjjs
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 18, 2020
प्रियंका ने एक बयान में कहा कि एक बार फिर सत्य की जीत हुई। हाथरस मामले में सीबीआई की ओर से दाखिल आरोप पत्र में कहा गया है कि लड़की की सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या की गई। यह घटनाक्रम योगी आदित्यनाथ सरकार, एडीजी (विधि व्यवस्था), हाथरस के जिला अधिकारी और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
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कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने दावा किया कि राज्य सरकार ने पीड़िता की गरिमा को धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ा। परिवार की मर्जी के बिना लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया गया। प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बलात्कार की बात से इंकार कर दिया और पीड़िता के बारे में शर्मनाक बातें की गईं। सच की रिपोर्ट करने की हिम्मत करने वाले पत्रकारों के साथ धक्कामुक्की की गई। बहरहाल, पूरी ताकत लगाने के बाद भी उप्र सरकार सच को नहीं दबा सकी।
उन्होंने कहा कि मैं लड़की की मां के आक्रोश को नहीं भूल सकती जो अपनी बेटी को आखिरी विदाई नहीं दे सकीं। परिवार ने सिर्फ न्याय की मांग की थी। प्रियंका ने यह भी कहा कि मैं इससे खुश हूं कि न्याय प्रदान करने की दिशा में सीबीआई की ओर से एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। आशा करती हूं कि पीड़िता के परिवार को भारी पीड़ा के बीच कुछ राहत मिलेगी।