तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए सैन्य हेलिकॉप्टर हादसे ने हर किसी को झकझोर दिया है। इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत समेत देश के 13 जांबाज बेटों की जान चली गई, जिसमें पंजाब के तरनतारन के रहने वाले नायक गुरसेवक भी शामिल हैं।
सेना में नायक के पद पर तैनात गुरसेवक सिंह पंजाब के सीमावर्ती गांव दोदे सोढियां के रहने वाले थे। 30 साल के गुरसेवक सिंह की शहादत की खबर मिलते ही दोदे सोढियां में शोक की लहर दौड़ गई।
गुरसेवक सिंह दो बच्चों के पिता थे। उनकी शहादत की खबर मिलते ही गांव के सरपंच गुरबाज सिंह परिवार के पास पहुंचे। गुरसेवक के परिवार को उसके शहीद होने की आधिकारिक जानकारी सेना की तरफ से जिले के डीसी ने रात में करीब 9:45 बजे दी।
नायक गुरसेवक सिंह के पिता काबल सिंह बेटे के शहीद होने की जानकारी मिलते ही सुध-बुध खो बैठे। खेमकरण के विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर ने परिवार के साथ दुख व्यक्त करते हुए बताया कि गुरुवार को नायक गुरसेवक सिंह का पार्थिव शरीर गांव पहुंचेगा। वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, सांसद जसबीर सिंह डिंपा, डीसी कुलवंत सिंह, एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने नायक गुरसेवक सिंह के परिवार के प्रति गहरा दुख व्यक्त किया।
संजय गांधी सहित कई दिग्गजों ने विमान हादसे में गंवाई थी जान
बता दें कि जिस हेलिकॉप्टर से यह हादसा हुआ, उस MI-17 V5 को भारतीय वायुसेना का काफी ताकतवर हेलिकॉप्टर माना जाता है। हेलिकॉप्टर MI-17V5 आधुनिक तकनीकों से लैस है। यह हेलिकॉप्टर वायु सेना के कई महत्वपूर्ण अभियानों का हिस्सा भी रहा है।
यह विमान विश्व के सबसे आधुनिक हेलिकॉप्टरों में से एक है। इसकी तैनाती सेना और आर्म्स ट्रासपोर्ट में भी की जा सकती है। सर्च ऑपरेशनों, पेट्रोलिंग, राहत और बचाव अभियानों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
इस हेलिकॉप्टर की अधिकतम रफ्तार 250 किमी/घंटा है। यह 6000 मीटर की अधिकतम ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है। एक बार ईंधन भरने के बाद यह 580 किलोमीटर की दूरी तय करता है।