बजाज ऑटो के मुखिया राहुल बजाज कंपनी के चेयरमैन और नॉन एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर का पद छोड़ रहे हैं। उनकी जगह कंपनी के चेयरमैन नीरज बजाज होंगे।
राहुल बजाज 30 अप्रैल यानी शुक्रवार के कामकाजी घंटों के बाद इस पद से हट जाएंगे और इसके बाद 1 मई से वह कंपनी के चेयरमैन एमिरेट्स का पद संभालेंगे। नीरज बजाज 1 मई से बजाज ऑटो के चेयरमैन का पद संभाल लेंगे।
बजाज ऑटो के नए चेयरमैन नीरज बजाज भी बजाज समूह के एक प्रमोटर-डायरेक्टर हैं। करीब 67 साल के नीरज बजाज को करीब 35 साल का कार्य अनुभव है। उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, अमेरिका से एमबीए किया है।
प्रधान प्रत्याशियों के समर्थकों में खूनी संघर्ष, जमकर चले लाठी-डंडे
बजाज ऑटो ने एक बयान में बताया, ‘राहुल बजाज साल 1972 से ही नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन रहे और ग्रुप से पिछले पांच दशकों से जुड़े रहे। अपनी उम्र को देखते हुए उन्होंने तत्काल प्रभाव से 30 अप्रैल, 2021 की प्रभावी तिथि से नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है।’
गौरतलब है कि बजाज ऑटो को बुलंदियों तक पहुंचाने में मुख्य भूमिका राहुल बजाज की रही है। पिछले पांच दशकों में उनके नेतृत्व में कंपनी ने कई मुकाम हासिल किए है। एक समय में भारत में स्कूटर का पर्याय बजाज को ही माना जाता था। इसके बाद जब स्कूटर कारोबार नरम पड़ा तो बजाज ने अपने को एक प्रमुख बाइक कंपनी में बदलने में देर नहीं लगाई।
नर्सों को मैटरनिटी लीव मांगना पड़ा भारी, अस्पताल ने निकाला नौकरी से
वह अब कंपनी में परामर्शदाता की भूमिका में रहेंगे और उनके अनुभवों का लाभ कंपनी को मिलेगा। कंपनी के बोर्ड ने इस निर्णय पर मुहर लगा दी है और इस पर सालाना महासभा में शेयरधारकों से भी मंजूरी ली जाएगी।
गौरतलब है कि बजाज समूह करीब 95 साल पुराना है और खुद राहुल बजाज 82 साल के हो चुके हैं. वह बजाज समूह के प्रमुख हैं। उनका नेटवर्थ करीब 6.5 अरब डॉलर (करीब 48 हजार करोड़ रुपये) है।