नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस (Delhi) ने न्यूज पोर्टल Newsclick से जुड़े अभिसार शर्मा समेत कई पत्रकारों के घर 3 अक्टूबर की सुबह छापा मारा। ये कार्रवाई न्यूज पोर्टल Newsclick को चीन से फंडिंग मिलने के आरोपों के सिलसिले में की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकार उर्मिलेश और सत्यम तिवारी को हिरासत में लिया गया है। इनके वकील स्पेशल सेल के दफ्तर पहुंच गए हैं। वहीं, पत्रकार अभिसार शर्मा को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल लेकर गई है। दिल्ली पुलिस के इस एक्शन के बाद पत्रकार अभिसार शर्मा ने सोशल मीडिया पोस्ट की है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली पुलिस उनके घर से लैपटॉप और उनका फोन ले गई है।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल द्वारा दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में 30 से अधिक स्थानों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी की गई। दिल्ली पुलिस की फॉरेंसिक टीम कई दस्तावेज और एविडेंस लेकर गई। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया है। छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लैपटॉप, मोबाइल फोन समेत इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए। दिल्ली पुलिस की तलाशी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा साझा किए गए इनपुट पर आधारित है, जो संदिग्धों द्वारा गैरकानूनी गतिविधियों का संकेत देता है।
क्या है पूरा मामला?
ईडी की जांच में तीन साल की छोटी अवधि के दौरान 38.05 करोड़ रुपये की विदेशी फंड की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ था। ईडी द्वारा साक्ष्यों की जांच से एफडीआई के माध्यम से 9.59 करोड़ रुपये और सेवाओं के निर्यात के माध्यम से 28.46 करोड़ रुपये के संदिग्ध विदेशी आवक प्रेषण का पता चला। प्राप्त धनराशि को गौतम नवलखा और तीस्ता सीतलवाड के सहयोगियों सहित कई विवादास्पद पत्रकारों को वितरित किया गया था।
ईडी ने दिल्ली पुलिस के साथ चीन लिंक के बारे में विवरण भी साझा किया गया। इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने न्यूज पोर्टल Newsclick के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि Newsclick ने विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) का उल्लंघन करके विदेशी फंडिंग प्राप्त की है। एजेंसी ने यह भी आरोप लगाया था कि पैसे का इस्तेमाल राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए किया गया था।
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सूत्रों के अनुसार, जांच में एजेंसी को Newsclick के निदेशक प्रबीर पुरकायस्थ, करोड़पति नेविल रॉय सिंघम और प्रकाश करात जैसे सीपीआई (एम) नेताओं के साथ विभिन्न पत्रकारों के बीच ईमेल आदान-प्रदान की एक श्रृंखला मिली। ईडी ने संकेत दिया कि चीन में रहने वाले नेविल रॉय सिंघम ने भारत में चीन समर्थक जानकारी फैलाने के लिए Newsclick को अवैध रूप से 38 करोड़ रुपये दिए। Newsclick के निदेशक प्रबीर पुरकायस्थ और उनके सहयोगी पत्रकारों पर सिंघम द्वारा पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए समय-समय पर धन के बदले में अपनी वेबसाइट पर पेड न्यूज़ लिखने और प्रकाशित करने का भी आरोप है।