नई दिल्ली। चीन के साथ सीमा पर विवाद के बीच केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को भारतीय नौसेना की तैयारियों के बारे में बड़ी बात कही है। उन्होंने बताया कि नौसेना ने प्रमुख और संवेदनशील स्थानों पर जहाजों और विमानों को तैनात की है। ऐसा कर नौसेना ने समुद्री हितों की रक्षा के लिए मिशन-आधारित तैनाती को प्रभावी ढंग से पूरा किया है।
Indian Navy has effectively carried out Mission Based deployment to protect maritime interests by deploying naval ships and aircraft at major and sensitive locations. These deployments have helped increase Maritime Domain Awareness, provided rapid humanitarian aid and relief.
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) August 19, 2020
राजनाथ ने यह बात नौसेना के शीर्ष कमांडरों के तीन दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते कही। देश के समुद्री हितों की रक्षा के लिए नौसेना की प्रशंसा की और अपने जहाजों, विमानों को तैनात करके किसी भी चुनौती का ‘माकूल जवाब’ देने की इसकी तैयारियों पर भी भरोसा जताया है।
इस सम्मेलन का मकसद समुद्री सुरक्षा सरंचना की गहराई से समीक्षा के साथ पूर्वी लद्दाख में सीमा पर चीन से जारी गतिरोध पर चर्चा करना है। बता दें कि सीमा विवाद के बाद चीन को स्पष्ट संदेश देने के लिए भारतीय नौसेना ने हिंद महासगार क्षेत्र के अग्रिम मोर्चों पर युद्धपोतों और पनडुब्बियों की तैनाती की है।
रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया कि मैं देश के समुद्री हितों की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए भारतीय नौसेना का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे पूरा भरोसा है कि नौसेना जहाजों और विमानों को तैनात करके अपनी तैयारियों से किसी भी चुनौती का माकूल जवाब दे सकती है।
सम्मेलन के दौरान चीन से मिलने वाली चुनौती पर की जाएगी चर्चा
सम्मेलन के दौरान हिंद महासागर में चीन से मिलने वाली चुनौती समेत सभी संभावित सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय नौसेना ने प्रमुख और संवेदनशील स्थानों पर जहाजों और विमानों को तैनात कर समुद्री हितों की रक्षा के लिए मिशन-आधारित तैनाती को प्रभावी ढंग से पूरा किया है।
इससे पहले अधिकारियों ने बताया कि सम्मेलन में नौसेना की युद्ध तैयारियों के साथ-साथ भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत के सुरक्षा हित संबंधी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जहां पर चीन तेजी से अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है।