जयपुर। राज्यसभा (Rajya Sabha) के लिए जिन चार राज्यों में वोटिंग होनी है उसमें राजस्थान (Rajasthan) भी शामिल है। यहां कुल चार सीटों पर चुनाव है। चौथी सीट पर मुकाबला देखने को मिल सकता है। राजस्थान में कांग्रेस तीन उम्मीदवार मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी को उतारा है।
उधर, बीजेपी ने घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया है। जबकि निर्दलीय सुभाष चंद्रा को समर्थन दिया है। चौथी सीट पर प्रमोद तिवारी और निर्दलीय सुभाष चंद्रा के बीच मुकाबला होगा।
राजस्थान में सीएम गहलोत (CM Gahlot) ने अपना वोट डाल दिया है। वह बोले कि तीनों सीट हम जीत रहे हैं। बीजेपी ने जिस प्रकार से दूसरा उम्मीदवार खड़ा किया, उसको उनकी पार्टी के विधायकों ने ही लाइक नहीं किया। अनावश्यक हॉर्स ट्रेडिंग से दूसरा उम्मीदवार जीतने की क्या तुक थी? बीजेपी ने अनावश्क चुनाव करवा दिए, वरना चारों सीटें, 3 हमारी, 1 बीजेपी की आराम से जीतती।
राजस्थान की चार सीटों पर पांच उम्मीदवार मैदान में है। विधानसभा के आंकड़े के लिहाज से कांग्रेस की दो और बीजेपी की एक सीट पक्की है। ऐसे में कांग्रेस की तीसरे कैंडिडेट प्रमोद तिवारी और निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा के बीच चौथी सीट का मुकाबला है। सुभाष चंद्रा क्रॉस वोटिंग के जरिए अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस भी आंकड़े अपने पक्ष में बताकर तीनों सीटों पर जीत का इतिहास रचना चाहती है।
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राजस्थान में 200 विधानसभा सीटें हैं जिनमें कांग्रेस के 108 विधायक हैं, बीजेपी के 71 विधायक हैं, निर्दलीय 13, बीटीपी के 2, सीपीएम के 2, आरएलडी का एक विधायक है। कांग्रेस का दावा है कि उनके 108 विधायक, 13 निर्दलीय, 2 सीपीएम, 2 बीटीसी और एक आरएलडी के विधायकों समेत 126 विधायकों का समर्थन है।