प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर के फर्टिलाइजर कैंपस में मंगलवार को 08 हजार,603 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) खाद कारखाने का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने एक हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) तथा 36 करोड़ की लागत से बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कालेज में तैयार रीजनल मेडिकल रीसर्च सेंटर का भी लोकार्पण किया।
ज्ञातव्य है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश की जनता की तरफ से खाद कारखाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संघर्ष से 22 जुलाई 2016 को गोरखपुर में एचयूआरएल के खाद कारखाने का शिलान्यास हो पाया था। शिलान्यास खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। करीब 600 एकड़ में फैले इस फर्टिलाइजर पर 08 हजार 603 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
प्राकृतिक गैस आधारित प्लांट होना इसकी खूबियों में से एक है। अब यहां से प्रतिवर्ष 12.7 लाख मीट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होगा 2016 में पीएम मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी। साथ ही पीएम मोदी ने गोरखपुर एम्स का भी उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने सपा पर जमकर निशाना साधा।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा सब जानते थे कि गोरखपुर खाद कारखाना और एम्स की कितनी जरूरत थी। यहां इन संस्थानों की कितनी मांग हो रही थी। पहले की सरकार ने यहां एम्स की जमीन देने में काफी हीलाहवाली की। जब बात आर-पार की हो गई तब सरकार ने मजबूरन जमीन दी। टाइमिंग पर सवाल उठाने वालों को भी आज का कार्यक्रम करारा जवाब है। कोरोना संकट काल में भी डबल इंजन की सरकार विकास में जुटी रही। काम नहीं रुकने दिया। लोहिया जी, जयप्रकाश जी जैसे महापुरुषों के अनुशासन को ये लोग कबसे छोड़ चुके हैं। यूपी भलीभांति जानता है कि लाल टोली वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब रहा है। आपके दु:ख दर्द से उनका कोई वास्ता नहीं। इन्हें सिर्फ सत्ता चाहिए। गुंडे माफियाओं को संरक्षण देने, आतंकवादियों को जेल से छुड़ाने के लिए। लाल टोपी वाले यूपीवालों के लिए ‘रेड अलर्ट’ यानी खतरे की घंटी हैं। गन्ना किसानों को पूर्व की सरकार ने रूला दिया था। किस्तों में दिए जाने वाले पैसों में भी महीनों का अंतर होता था।
-पीएम मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं अच्छी, सस्ती और सबकी पहुंच में होनी चाहिए। मैने लोगों को इलाज के लिए भटकते, अपनी जमीन गिरवी रखते देखा है। पहले सोचा जाता था कि एम्स जैसे संस्थान सिर्फ बड़े शहरों के लिए होते हैं। हमारी सरकार इसे दूर-दराज के जिलों तक ले जा रही है। गोरखपुर में एम्स से इंसेफेलाइटिस सहित तमाम संक्रामक बीमारियों पर अंकुश लगेगा। पिछले सात साल में 16 एम्स बनाने पर काम चल रहा है। हमारी कोशिश है कि हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कालेज जरूर हो।
-पीएम मोदी ने कहा कि लंबे समय तक यह पूरा क्षेत्र सिर्फ एक बीआरडी मेडिकल कालेज पर निर्भर था। आज इतना बड़ा एम्स बन गया। रिसर्च सेंटर की अपनी बिल्डिंग तैयार है। एम्स का शिलान्यास करने आया था तब भी कहा था कि इस क्षेत्र को दिमागी बुखार से मुक्ति दिलाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे। आज उस मेहनत का असर दिख रहा है। गोरखपुर-बस्ती मंडल में बीमारी पर 90 प्रतिशत तक अंकुश लग गया है। जो बीमार पड़ते भी हैं उनकी भी जान बचाई जा रही है। योगी सरकार के काम की तारीफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है।
-पीएम मोदी ने कहा कि खाने के तेल के आयात के लिए हर साल करोड़ों रुपए विदेश भेजता है। पेट्रोल-डीजल के आयात को भी इथेनॉल के जरिए कम करने की कोशिश की जा रही है। पहले सिर्फ 20 करोड़ लीटर इथेनॉल तेल कंपनियों को दिया था। आज सौ करोड़ लीटर से ज्यादा इथेनॉल अकेले यूपी के किसान तेल कंपनियों को दे रहे हैं। पीएम योगी ने गन्ना किसानों के लिए लाभकारी मूल्य तीन सौ रुपए तक बढ़ाए जाने के लिए योगी सरकार की तारीफ की।