सहारनपुर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार हो रही वर्षा के चलते सहारनपुर जिले में हथनी कुण्ड बैराज से शनिवार को 10 हजार 685 क्यूसेक पानी छोडा गया है।
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बाढ़ कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए है कि किसी भी दशा में जन-धन की हानि न होने पाये। इसके लिए समय से ही जरूरी उपाय पूरे कर लिये जायें। बाढ़ नियंत्रण के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम सक्रियता से कार्य कर रहा है। 25 बाढ़ चैकियों में सिंचाई विभाग के अवर अभियंता तथा राजस्व विभाग के कर्मियों की तैनाती के साथ ही जरूरी खाद्यन्न पदार्थ, मिट्टी का तेल, तिरपाल, दरी, पशुओं को चारे व दवाईयों आदि की समुचित व्यवस्था कराई गई है।
इटावा : कोरोना काल में हुई थी शादी, तीन माह बाद विवाहिता ने की आत्महत्या
उन्होंने बताया कि अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। स्वास्थ्य व पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि प्रभावित क्षेत्र में लोगों के स्वास्थ्य के लिए समुचित दवाई एवं चिकित्सकों की व्यवस्था सुनिशिचत रखी जाए। साथ ही पशुओं में नियमित टीकाकरण तथा संभावित बाढ़ की स्थिति में चारे की समुचित व्यवस्था भी रखी जाए।
श्री सिंह ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं भी जल जमाव न होने दिया जाए। संचारी रोगों के प्रति लोगों को सजग करने के साथ नियमित रूप से फागिंग आदि कराई जाए। ग्रमीणों को शुद्ध पेयजल पीने के लिए प्रेरित किया जाए।
उन्होने बताया कि यमुना नदी की बाढ़ से होने नुकसान को कम करने के लिए यमुना नदी पर बाढ़ से बचाव के लिए 17 करोड़ रूपए की लागत से स्टड का निर्माण कराया गया है। स्टड के निर्माण से जनपद के गांव सनौली, कल्लरहेड़ी, नानूवाला, किशनपुरा जैसे अनेकों गांवों के किसानों की बाढ़ से फसल बर्बाद होने से बच सकेंगी।
बागपत : पुलिस मुठभेड़ में शराब तस्कर गिरफ्तार, दो पुलिसकर्मी घायल
नदियों में अभी किसी भी स्थान पर कटाव की स्थिति नहीं है। कटाव को रोकने के लिए संवदेनशील स्थनों यथा टाबर बंध, मंधौर बंध, लखनौती बंध, एप्रोच रोड बंध,ननियारी टोडरपुर बंध तथा धौलरा बंध पर समुचि मात्रा में बोल्डर, बल्ली, खाली बोरी आदि की समुचित व्यवस्था की गई है।
बाढ़ चैकियां पूरी तरह सर्तक और स्थिति पर नजर रखे हुए है। जिला मुख्यालय पर आपदा बाढ़ कंट्रोल रूम, सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भी बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी है। साथ ही तहसील सहारनपुर, बेहट, नुकुड़, देवबंद तथा तहसील रामपुर मनिहारान में भी बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है। तहसील सहारनपुर में 4 बाढ़ चौकियां, तहसील नुकुड़ में 8, देवबंद में एक, रामपुर मनिहारान में एक तथा तहसील बेहट में 11 बाढ़ चैकियों की स्थापना की गयी है।