वाराणसी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को यहां कहा कि राज्य में ‘जंगल राज’ के हालात हैं। अपराधियों के मंसूबे बुलंद हैं तथा लगातार रोजगार के अवसर कम होने से आम लोगों के लिए जीवनयापन करना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
वाराणसी के बुनकर सरदार मबूल हासमी समेत अन्य बुनकरों से संवाद करने आये कंग्रेस नेता लल्लू ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था की स्थित बेहद खराब हैं। वाराणसी समेत राज्य के अनेक भागों में हत्या, लूटपाट, दुष्कर्म, दलितों एवं कमजोर वर्ग के लोगों पर अत्याचार समेत संगीन आपराधिक घटनों में लगातार वृद्धि हो रही है। गत दिनों वाराणसी, आगरा समेत अनेक जिलों कई लोगों की हत्या की घटनाएं हुई हैं। एक माह में 124 लोगों की विभिन्न कारणों से हत्या हुई हैं लेकिन इनती बड़ी संख्या में आपराधिक घटनाओं को नजरअंदाज करते मुख्यमंत्री जनता को लगातर गुमराह कर रहे हैं। रोज-रोज गलत आंकड़ों के सहारे अपराध कम होने के दावे किये जाते हैं।
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उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए रोजगार पैदा करने का वादा कर केंद्र एवं राज्य की सत्ता में आयी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गलत नीतियों से लोगों के रोजगार को संकट में डालने का सिलसिला जारी है। बुनकरों के लिए महंगी बिजली समेत अन्य समस्याएं पैदा कर उनकी रोजी-रोटी छीनी जा रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि दुनियां में देश का मान बढ़ाने वाले बनारसी साड़ी के कारीगर आज रोटी-रोटी को मोहताज हैं लेकिन केंद्र एवं राज्य की भाजपा सरकारें झूठे आश्वासनों के अलावा उन्हें कुछ नहीं दे रही।
उन्होंने कहा कि साड़ी ही नहीं, दुनिया में मशहूर भदोही का कालीन उद्योग् एवं यहां के लकड़ी के खिलौनों के कारोबार से जुड़े लाखों लोग गंभीर संकट से गुजर रहे हैं। रोजगार देने वाली मशीनें बंद होने के कगार पर हैं लेकिन सरकार उनकी समस्याओं को हल करने के बजाय लोगों के सामने गलत आंकड़े पेश कर गुमराह कर रही है।
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कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को बार-बार अगाह करने के वाबजूद उसने ध्यान नहीं दिया जिससे स्थिति दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को चीनी ‘घुसपैठ’ से लेकर बेरोज़गारी एवं महँगाई समेत जनता एवं देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर लगातार अगाह किया लेकिन उसका असर सरकार पर नहीं रहा है।