किशमिश (Raisin) यानी मुनक्का को यूं तो मेवा में गिना जाता है लेकिन देखा जाए तो ये किसी आर्युवेदिक दवा से कम नहीं है। किशमिश के नियमित सेवन से कब्ज से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है। अंगूर को सुखाकर ही किशमिश को बनाया जाता है। लेकिन अंगूर को सुखाने के बाद मेवा बनते ही इसके फायदे दुगने हो जाते हैं।
आइये जानें भीगी हुई किशमिश (Soaked Raisins) के फायदे –
1- किशमिश कब्ज में राहत देती है,किशमिश का नियमित सेवन करने से कब्ज में फायदा मिलता है। अगर कब्ज के साथ साथ एसिडिटी से भी परेशान हैं तो रोज किशमिश (soaked raisins) को पानी में भिगोकर इसका सेवन करें।
2- किशमिश किसी भी खून बढ़ाने वाली दवा की तरह असरदार है। अगर आपके भीतर खून की कमी है तो रोज इसे भिगोकर (soaked raisins) इसका पानी पिएं और रोज दस से 12 किशमिश चबाकर खाएं। किशमिश में पाया जाने वाला बिटामिन बी कॉम्प्लेक्स खून की मात्रा बढ़ाता है।
3- किशमिश में आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नेशियम और फाइबर भरपूर होता है। इसमें मौजूद शुगर प्राकृतिक होती है इसलिए सामान्यतः इसका कोई नुकसान नहीं होता है।
4- रात को किशमिश को अच्छे से साफ करके 8 से 10 किशमिश को पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट इस पानी को पी लें। चाहें तो आप इन किशमिश को चबा चबा कर भी खा सकते हैं। इससे कब्ज में छुटकारा मिलेगा और एसिडिटी की समस्या भी कम हो जाएगी।