नई दिल्ली| दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) में दाखिले बंद हो चुके हैं। सोमवार को दाखिले की अंतिम तिथि थी। ऐसा पहली बार है जब स्कूल आफ ओपन लर्निंग के लिए आवेदन की समय सीमा कम थी। डीयू के एसओएल प्रशासन और दाखिला समिति ने इसकी तिथि आगे बढ़ाने की मांग की है।
डीयू से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार शाम तक लगभग 81 हजार है। सबसे अधिक बीए प्रोग्राम में दाखिला हुए हैं जबकि सबसे कम अंग्रेजी में महज तीन हजार दाखिले हुए हैं। पिछले साल के मुकाबले दाखिला काफी कम हुआ है। एसओएल प्रभारी ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को पत्र लिखकर दाखिले की तारीख बढ़ाने की गुजारिश की है।
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पिछले साल एसओएल में 1 लाख 41 हजार छात्रों ने दाखिला लिया था। इस बार दाखिला कम होने के पीछे एसओएल प्रशासन दाखिले के लिए कम समय मिलने की बात कह रहा है। 9 अक्टूबर से 30 नवंबर तक ही दाखिले हुए हैं। पहले ज्यादा समय मिलता था। 15 दिसंबर से एसओएल का नया सत्र शुरू होगा एवं अगले साल मार्च में परीक्षाएं आयोजित होंगी।
डीयू के रेगुलर कोर्स में अभी एक और कटऑफ का दाखिला बाकी है। ऐसे यदि कम अंक फीसद वाले छात्रों का दाखिला सातवीं कटऑफ में नहीं हो पाता है तो उनके लिए एसओएल का विकल्प भी नहीं बचेगा। इसलिए छात्र हित में डीयू ने आवेदन की तिथि बढ़ाने का अनुरोध किया है।
स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग के विशेष कार्य अधिकारी प्रो. उमाशंकर पांडेय ने बताया कि कुल 1 लाख 50 हजार 358 छात्रों ने पंजीकरण किया था। हालांकि दाखिला लेने वालों की संख्या 80 हजार से अधिक है। आवेदन के आखिरी दिन अंतिम दिन करीब नौ हजार छात्रों ने दाखिला लिया। आंकड़ों पर गौर करें तो छात्रों की संख्या ज्यादा है। कुल हुए दाखिले में 45 हजार 740 छात्र और 36 हजार 309 छात्राएं शामिल है। यानी, 55.75 फीसद छात्र एवं 44.25 फीसद छात्राओं ने दाखिला लिया है।