उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बुधवार को बरेली के हाफिजगंज इलाके से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों के कब्जे 100 किलो चरस बरामद की,जिसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी गई है।
एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सूचना पर एसटीएफ की टीम ने थल चौराहे पर मुखबिर द्वारा बताये गये ट्रक रोका। उसी समय दो तस्कर ट्रक से उतर कर इधर-उधर भागने का प्रयास करने लगे। इस पर एसटीएफ की टीम ने आवश्यक बल प्रयोग करते दो को पकड़ लिया और ट्रक के केबिन में बोरों में 150 पैकेट में रखी गई एक कुन्तल चरस बरामद की।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्कर शामली निवासी इशफाक और मुजाहिर चौहान हैं। पूछताछ पर उन्होंने बताया कि यह चरस नेपाल के सोनाली बॉडर से शामली ले जाई जा रही थी। वहां से उत्तराखंड, दिल्ली व पश्चिमी जिलों में सफ्लाई की जानी थी।
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प्रवक्ता ने बताया कि पूछताछ पर तस्कर मुजाहिर चौहान ने बताया कि वह अपने पार्टनर शामली निवासी कुर्बान एवं इशफाक के साथ तीन-चार दिन पहले नेपाल के सनौली बॉर्डर पर गए थे। वहां पर नेपाल के मुन्ना मियां से कुर्बान , इशफाक ऒर मुजाहिर चौहान मिले। इन लोगों से मुन्ना मियां10 लाख रुपए लेकर नेपाल चला गया बाकी पैसे बाद में देना। कल शाम को सनौली के पास ट्रक में चरस रखकर दी। इसके बाद कुर्बान अपने भाई से मिलने नेपाल चला गया और वहां पर पूर्व से ही चरस तस्करी के अपराध में बंद है। इसके बाद दोनों गाड़ी लेकर वापस शामली जा रहे थे और पकड़े गये।
उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में थाना हाफिजगंज में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दोनों तस्करों को दाखिल करा दिया। आगे की विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जाएगी।