कानपुर| पॉलीटेक्निक के छात्रों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें अपना ग्रेड सुधारने के लिए एक मौका देने की पहल की जा रही है। इसके लिए निदेशालय स्तर पर प्रस्ताव बनाया जा रहा है। साथ ही बिना परीक्षा छात्रों को प्रमोट करने के लिए एक कमेटी का गठन किया है।
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प्राविधिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि कई बार मेधावी छात्र किसी कारणवश परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। इसका असर उनके डिप्लोमा पर पड़ता है। इसलिए प्रस्ताव बनाया गया है। जो छात्र अपने ग्रेड से संतुष्ट नहीं हैं, वे अगले सत्र के अंत में होने वाली परीक्षा में भाग लेकर इसे सुधार सकते हैं। इसके लिए सिर्फ एक अवसर मिलेगा। परीक्षा परिणाम के आधार पर संशोधित मार्कशीट जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि कुछ अन्य चीजों पर भी मंथन चल रहा है। उनके समाधान के साथ ही इस प्रस्ताव को शासन को भेजने की तैयारी है। बता दें कि विश्वविद्यालयों में इस तरह ग्रेड सुधारने के नियम लागू हैं। पॉलीटेक्निक संस्थानों के लिए यह पहला मौका होगा।
बिना टीसी या प्रमाणपत्र के स्कूलों में दिया जाएगा दाखिला
पॉलीटेक्निक अंतिम वर्ष के छात्रों को छोड़कर अन्य को प्रमोट करने के लिए मानक तय करने को प्राविधिक शिक्षा निदेशक ने सात सदस्यीय कमेटी बनाई है। इसमें चार संयुक्त निदेशक और तीन प्रिंसिपल हैं। इसकी अध्यक्षता संयुक्त निदेशक (पूर्वी) सुरेंद्र प्रसाद करेंगे। दिनेश मोहन सिंह, संयुक्त निदेशक (बुंदेलखंड क्षेत्र- झांसी), कन्हैया राम, संयुक्त निदेशक (मध्य क्षेत्र लखनऊ), जुग्गीलाल शर्मा, संयुक्त निदेशक (पश्चिमी क्षेत्र मेरठ), आरपी शर्मा, प्रधानाचार्य- फिरोज गांधी पॉलिटेक्निक रायबरेली, एसके श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य- राजकीय महिला पॉलिटेक्निक लखनऊ और डॉ. आरके सिंह, प्रधानाचार्य-राजकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ शामिल हैं।