लखनऊ। समाजवादी पार्टी (SP) को चुनावों में मिली कराई शिकस्त के बाद एक बार फिर एक बड़ा झटका लगना लगभग तय है। मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh) व शिवपाल (Shivpal Yadav) के बेहद करीबी माने जाने वाले राज्यसभा सांसद व विधान परिषद अध्यक्ष रहे सुखराम सिंह यादव (Sukhram Yadav) ने परिजनों संग सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने पिता चौधरी हरमोहन सिंह पर लिखी पुस्तक सीएम योगी को भेंट की।
सूत्र बताते हैं कि सुखराम सिंह यादव भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि बेटा मोहित यादव पहले ही सपा से किनारा कर भाजपा में शामिल हो चुका है। सीएम योगी से मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।
सपा सांसद सुखराम सिंह यादव के बेटे मोहित यादव ने पिता के भाजपा में शामिल होने को लेकर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन भाजपा से नजदीकियां सुखराम सिंह यादव से लगातार बढ़ती जा रही हैं। वहीं हाल ही में कानपुर से शुरू हुई अखिलेश यादव के विजय रथ यात्रा से भी सपा सांसद ने पूरी तरह दूरी बनाकर रखी। मुलायम सिंह की वजह से ही सुखराम सिंह को राज्यसभा सांसद के लिए वर्ष-2016 में मनोनीत किया गया था।
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दरअसल, सुखराम सिंह की यादव और ओबीसी वोट बैंक में अच्छी पकड़ है। वे अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। ऐसे में चुनाव से पहले भाजपा ओबीसी और यादव वोट बैंक में अच्छी पकड़ बनाना चाहती है। कानपुर नगर और देहात की लगभग सभी सीटों पर ओबीसी वोट बैंक अच्छी तादाद में है।
वहीं इसका असर पूरे प्रदेश के ओबीसी वोट बैंक पर पड़ना तय है। पार्टी की कमान हाथ में आने के बाद अखिलेश यादव ने सुखराम सिंह की लगातार उपेक्षा की। वहीं प्रसपा पार्टी के गठन के बाद सुखराम सिंह शिवपाल के साथ भी मजबूती से खड़े थे।